संजय जैन
धमतरी | ग्राम पंचायत सोरम में गांव की आरक्षित जमीन पर झिरिया साहू समाज एवं रूद्री परिक्षेत्र साहू समाज पर अतिक्रमण का आरोप सरपंच एवं अन्य ग्रामीणो ने लगाया है।
सरपंच सहित अन्य पदाधिकारियो ने प्रेसवार्ता
लेकर बताया कि ग्राम पंचायत सोरम के अधीनस्थ
मौली माता मंदिर जो कि गांव की कुलदेवी है के आरक्षित जमीन पर जिस पर मुख्यमंत्री स्वयं
आकर भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मंदिर परिसर के विकास हेतु 2200000 राशि स्वीकृत किया
है। उस जमीन पर गांव के झिरिया साहू समाज एवं रूद्री परिक्षेत्रिय साहू समाज द्वारा
गांव के बिना अनुमति, बिना सहमती एवं पचायत प्रस्ताव के अतिक्रमण कर लिया गया है।
गांव के बस्ती समाज, ग्राम पंचायत स्तर पर समझाने
पर भी अतिक्रमण हटाने तैयार नही है कलेक्टर एवं तहसीलदार तथा अनुविभागीय अधिकारी से
बार बार शिकायत करने पर भी आज तक काम को रोका नही गया है, सिर्फ पटवारी को भेजकर कर
विवादित जमीन है काम रोकने की सलाह दिया गया है।
नियमानुसार अतिक्रमण विवादित जमीन पर रोक लगाकर न्यायलयीन प्रक्रिया लागू किया
जाता है लेकिन न्यायलयीन प्रक्रिया चल रहा है कह कह कर तहसीलदार के द्वारा काम नही
रोका गया है एवं गांव के आपसी विवाद लडाई झगडा करवा रहे है। शासन प्रशासन द्वारा झिरिया
साहू समाज को उक्त अवैध काम के लिए संरक्षण प्रदान किया गया है।
गांव बस्ती में पूर्व में यादव समाज के द्वारा
अतिक्रमण कर नन्दी चबूतरा बनाने पर उन्ही बस्ती समाज के द्वारा हटाया गया था तब से गांव में यह नियम बना है कि किसी भी समाज
द्वारा मंदिर, मस्जिद, भवन, रंगमंच या कुछ भी सरकारी भवना हो तो बस्ती और पंचायत की
अनुमति जरूरी है। प्रेसवार्त में उपसरपंच कृष्ण कुमार, भगवानी, सुरेश ध्रुव, सेवकराम
निर्मलकर, उमेश साहू, सतीश, हुमन यादव, अंकित कुमार, आदि।