एक्सक्लूसिव खबर : भारतमाला परियोजना भूमि अधिग्रहण मुआवजा भ्रष्टाचार-जिले के तत्कालीन कलेक्टर, डीएफओ के रिश्तेदारों का नाम

धमतरिहा के गोठ
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 संजय छाजेड़ 

धमतरी 20 मई। छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुंजित भारतमाला रायपुर से विशाखापटनम 6 लेन एक्सप्रेस वे में अधिग्रहित की गई भूमि में जिस प्रकार करोड़ों रूपये का घपला किया गया है वह जोरशोर से उठाया गया। इस मामले में अभनपुर क्षेत्र के जहां कुछ अधिकारियों पर निलंबन की गाज गिरी है और इसकी जांच आर्थिक अनुसंधान शाखा द्वारा की जा रही है, इसकी चर्चा अभी थम भी नहीं पाई थी कि कुरूद विखं अंतर्गत करोड़ों रूपये के फर्जी भूअर्जन बनाकर शासकीय राशि का आहरण किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया हेै जिसमें राजनीतिक पहुंच रखने वाले आईएएस, आईएफएस अधिकारियों के परिवारों का भी नाम सामने आ रहा है जिसे दबाये जाने को लेकर उच्च स्तरीय प्रयास जारी है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि करोड़ों के भ्रष्टाचार के इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू के बाद ईडी की भी एंट्री हो चुकी है और ऐसे में आईएएस, आईएफएस के कई रिश्तेदार इनके राडार पर है और बहुत जल्द ही इन पर शिकंजा कसने की खबर है।

वर्ष 2017 केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना भारतमाला रायपुर से विशाखापटनम तक 6लेन एक्सप्रेस वे के निर्माण की जानकारी लगने पर जिन-जिन क्षेत्रों से यह सडक़ निकाली जा रही है, उन-उन क्षेत्रों में तथाकथित अधिकारियों, पटवारियों से मिलीभगत कर भूमाफियाओं, जमीन दलालों ने फर्जी बटांकन करवाकर लाखों, करोड़ों रूपये का फर्जीवाड़ा किया है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब इसमें राजनीतिक एप्रोच रखने वालों के साथ साथ तत्कालीन कलेक्टर आईएएस एवं तत्कालीन वन मंडलाधिकारी के परिवारों सहित कुरूद विखं के अनेक नामचीन व्यक्तियों का नाम सामने आया। इसे लेकर सिवनीकला के ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम एक शिकायत पत्र सौंपा है जिसमें संंबंधित व्यक्तियों की सूची भी संलग्र की गई है। इसी तरह भखारा क्षेत्र के दो व्यक्तियों ने भी इसकी शिकायत करते हुए भारतमाला योजना के तहत अधिग्रहित की गई भूमि में एक खसरा को अनेकों बार बटांकन कर राशि आहरण किये जाने का रहस्योदघाटन किया है और इसके जांच की मांग की है। 

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