संजय जैन
"यह अत्यन्त प्रसन्नता व मेरे सौभाग्य का विषय है कि ईश्वर श्री श्री व श्री गुरुकृपा से अमरकण्टक में श्रीमद् जिनेंद्र पंचकल्याणक गजरथ एवं विश्व शांति महायज्ञ महोत्सव में विराजमान युग के महान दिगम्बर आचार्य श्री श्री १००८ विद्यासागर जी महाराज के सम्मांनीय श्री संघ द्वारा भरी सभाशद में विशेष रूप से आमंत्रित कर सम्मान दिया/किया गया तथा १०८ मुनि श्री प्रसादसागर महाराज जी द्वारा श्रीफल (सम्मान का प्रतीक) प्रदत्त किया गया, मैं एतदर्थ हार्दिक अहोभाव व्यक्त करता हूँ।मैं इस सम्मान को अपना ही नहीं अपितु अपनी पूरी शक्तिपात/संन्यास परम्परा व पूरे छत्तीसगढ़ (धमतरी) का सम्मान समझता हूँ तथा इस सम्मान को पूरे छत्तीसगढ़ को समर्पित करता हूँ। ऐसे पारस्परिक सद्भाव से ही सद्धर्म की प्रतिष्ठा व मानव मात्र में एकता स्थापित होती है।"
शुभाकांक्षी-शक्तिपाताचार्य-स्वामी जानकीवल्लभ गिरी ,श्रीराम गिरी कुटी,अमरकंटक (म.प्र.)