संजय जैन
धमतरी| कांग्रेसी मानसिकता के पंजा छाप भाजपाई के द्वारा अपने को स्थापित करने के लिये पहले राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय नेताओं के आगे पीछे घूमकर उनके साथ खिंचाई गई फोटो को दिखाकर कुछ शासकीय विभागों में ठेकेदारी किया और अधिकारियों पर अनावश्यक दबाव डालकर बिलों का भुगतान भी करवा लिया। कांकेर जिले के एक क्षेत्र में इसके द्वारा मजदूरों को पैसा नहीं दिये जाने के कारण रिपोर्ट तक दर्ज कराई गई थी। इस व्यक्ति का पिछला इतिहास देखें तो यह कांग्रेसी खेमे का नेता रहा है। लेकिन जैसे ही भाजपा केंद्र एवं प्रदेश में आई, उसके बाद राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का डर बताकर प्रदेश स्तर के नेताओं को अपने पीछे चलाने की हिमाकत करने लगा जिसे लेकर पिछले दिनों रायपुर दौरे पर आये केंद्रीय गृह मंत्री ने उस समय फटकार लगाई जब वह उनके आगे चल रहा था जिसकी सर्वत्र चर्चा है।
भाजपा के उक्त नेता को कुछ लोग अनेक नामों से संबोधित करते हैं जिसमें एलियन प्रमुख रूप से चर्चित है। उसके द्वारा लगातार केंद्र एवं राज्य स्तर के नेताओं के साथ फोटो खिंचाकर उसे अधिकारियों को दिखाकर अपनी स्वार्थपूर्ति करते देखा गया है। उसी पैसे से यह अपने आप को प्रचारित करने के लिये उक्त नेताओं की फोटो के साथ उसका एड बनाकर समाचार पत्र में छपवाता है ताकि लोग यह जान सकें कि कथित नेता की पहुंच राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय नेताओं को है। जबकि जमीनी हकीकत इनकी यह है कि पिछले वर्ष उनके वार्ड क्षेत्र में नगर निगम का उपचुनाव हुआ था, उसमें भाजपा के प्रत्याशी को जीत तक नहीं दिला पाया जिससे उनकी वास्तविकता का पता चलता है। संगठन में अनेक ऐसे वरिष्ठजन हैं जो जनसंघ के समय से पार्टी में अपनी सेवाएं निरंतर देते आ रहे हैं। उन्होंने कभी भी इस तरह का पैराशूट नियम से ऊंची छलांग लगाने की कोशिश नहीं की। अलबत्ता ऐसे लोग आज भी भाजपा के कट्टर समर्थक होकर बिना पद की लालसा लिये पार्टी में सक्रिय होकर कार्य कर रहे हैं। यह अलग बात है कि संगठन के वरिष्ठ नेता इन जैसे नेताओं की पूछ-परख न करे। ऐसे लोगों के प्रयास से केंद्र में भाजपा की सरकार स्थापित हुई है। हालांकि राज्य में कांग्रेस की सरकार 15 वर्षों बाद काबिज हुई है।
जनसंघ से जुड़े ऐसे नेताओं ने कभी भी राष्ट्रीय अथवा राज्य स्तरीय नेताओं के साथ फोटो खिंचाकर अपनी स्वार्थपूर्ति नहीं की। न ही इन्होंने फोटो दिखाकर ठेकेदारी हासिल की। लेकिन जबसे यह कांग्रेसी मानसिकता का नेता भाजपा में प्रवेश किया है, तबसे लेकर अब तक पार्टी के अंदर हालात ठीक नहीं हैं। महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले में इन महिलाओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष से शिकायत की थी परंतु राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय नेताओं से उक्त बड़बोले नेता की पकड़ को देखते हुए संगठन के मुखिया ने भी कोई कार्यवाही इस पर नहीं की। यह सिलसिला पिछले चंद वर्षों से निरंतर जारी रहा। पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री का छत्तीसगढ़ दौरा हुआ, वहां पर इस बड़बोले नेता ने गृहमंत्री के आगे चलना शुरू किया जिसे देखकर मंत्री महोदय ने उसे तत्काल पीछे चलने का निर्देश दिया और कड़ी फटकार लगाई। यह फटकार की गूंज समूचे क्षेत्र में जंगल के आग की तरह फैल गई। धमतरी में भी इसकी लौ गुजरी जिसके कारण इस बड़बोले नेता की खूब किरकिरी हुई। पिछले दिनों गंगरेल में भी कोर ग्रुप की बैठक के अवसर पर भी इसे खूब खरी-खोटी सुनाई गई। इसके बाद इस नेता की जो कार्यशैली है, उसमें कुछ बदलाव आया है। लेकिन आज भी इस नेता को देखकर सक्रिय एवं जुझारू नेताओं में खासी नाराजगी देखी जा रही है। इनका कहना है कि ऐसे लोगों के आने से पार्टी दागदार हो रही है।
प्रदेश स्तर के नेताओं से ऐसे अवसरवादी नेताओं के रवैये पर लगाम लगाते हुए पार्टी के लिये जनसंघ से लेकर अब तक सक्रिय भूमिका निभाने वाले नेताओं को आगे लाते हुए उनके मार्गदर्शन में संगठन को चलाये जाने की मांग कुछ लोगों ने की है। इनका कहना है कि जबसे बड़बोले नेताओं का पार्टी में समावेश हुआ है, तबसे लेकर पार्टी की स्थिति निरंतर नीचे खिसकते जा रही है जिसका मुख्य कारण ऐसे अवसरवादी नेता हैं जो अपने स्वार्थपूर्ति के चलते पार्टीहित का कम ध्यान रखते हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मिल रही लगातार शिकायतों के पश्चात उक्त तथाकथित भाजपा नेता को जमकर फटकार लगाते हुए चेतावनी दी गई कि अब किसी प्रकार की शिकायत आपके संबंध में मिलेगी तो आप पर पार्टी हाई कमान अनुशासनहीनता की कार्यवाही करेगा। यही कारण है कि पिछले लगभग कुछ माह से उक्त एलियन शांत नजर आ रहा है। यही नहीं गंगरेल की बैठक में तो इनकी स्थिति और भी ज्यादा खराब उस वक्त हो गई जब इनको बैठक में शामिल नहीं किया गया जिसे लेकर ये काफी हो-हल्ला मचाते रहे जिस पर भाजपा के एक नेता द्वारा इनको दू-टूक चेतावनी दी और कहा गया कि अगर आपने ज्यादा बात किया तो आपको यहां से धक्के मारकर बाहर का रास्ता दिखा दिया जायेगा। अब देखना यह है कि उक्त नेता किस तरह की भूमिका में नजर आते हैं।