संजय जैन
धमतरी | 20 मार्च को गौरी शंकर श्रीवास्तव सेवा समिति धमतरी की सार्थक संस्था द्वारा संचालित मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र सार्थक स्कूल का 19 वाँ स्थापना दिवस मनाया गया। प्रथमत: सार्थक की अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी, सचिव स्नेहा राठौड़ और प्रशिक्षकों ने मिलकर दीप प्रज्ज्वलित कर स्व. गौरीशंकर श्रीवास्तव जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
सार्थक के विशेष बच्चों ने इस अवसर पर प्रशिक्षकों के निर्देशन में सूर्य नमस्कार की सुंदर प्रस्तुति दी। डॉ. सरिता ने बताया कि, शासकीय जिला चिकित्सालय धमतरी में पदस्थ डेंटिस्ट ,डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव की प्रेरणा से संस्थापक अध्यक्ष श्रीमती प्रभा रावत एवं सचिव सरिता दोशी ने 20 मार्च 2004 को सार्थक स्कूल की शुरुआत की थी।
7 विशेष बच्चों से प्रारंभ किए गए इस स्कूल में आज धमतरी और अन्य जिलों के 58 बच्चे निशुल्क प्रशिक्षण एवं सेवा का लाभ ले रहे हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि, लंबी अवधि से नियमित प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विशेष बच्चे स्वयं का काम करना सीख गए हैं। साथ ही मित्रवत व्यवहार रखने और दूसरों की मदद करने में सामान्य बच्चों से कहीं ज्यादा प्रयासरत रहते हैं। अपनी गलती को स्वीकार करने और मित्रों से तुरंत माफी मांगकर हाथ मिलाकर सहज हो जाने वाले ये बच्चे समाज में अच्छे उदाहरण बन सकते हैं।सार्थक की वरिष्ठ प्रशिक्षक मैथिली गोडे ने कहा,
बीते वर्षों से आज तक बच्चों में बेहद पॉजिटिव परिवर्तन आया है। गीतांजलि गुप्ता, मुकेश चौधरी, स्वीटी सोनी, देविका दीवान विशेष बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण दे रहे हैं। परिणामत: बच्चे बोल पा रहे हैं, चल पा रहे हैं। अनेक क्षेत्र में सार्थक के बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई हैं।
सचिव स्नेहा राठौड़ ने कहा कि, सार्थक के विशेष बच्चों ने धमतरी, रायपुर ,भिलाई, रायगढ़, गुजरात, पांडेचेरी, डौंडी लोहारा ऐसे अनेक शहरों में रनिंग , गोलाफेक, साइकलिंग, बास्केटबॉल, फुटबॉल, क्रिकेट, ड्राइंग, पेंटिंग में बहुत से मैडल, ट्रॉफी, सर्टिफिकेटस हासिल किए हैं।
और आगे भी सार्थक के बेहतर भविष्य की कामना करते हुए सार्थक संरक्षक प्रभा रावत , डॉ.प्रभात गुप्ता, डॉ. अनिल रावत, गोपाल शर्मा, वरिष्ठ सदस्य मदनमोहन खंडेलवाल,गौरव लोहाना, वर्षा खंडेलवाल, अनु नंदा ने शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।