सार्थक में दीपोत्सव और सम्मान समारोह — विविध सुंदर गतिविधियों के साथ संपन्न

धमतरिहा के गोठ
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 संजय छाजेड़ 

मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र सार्थक स्कूल धमतरी एवं प्राथमिक शाला नेहरू स्कूल ने संयुक्त रूप से दीपावली उत्सव बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया ।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. मनीषा पांडे (उपसंचालक, समाज कल्याण विभाग, धमतरी) एवं विशिष्ट अतिथि ज्योति पारख (अध्यक्ष, नगर पंचायत भखारा) तथा श्रीमती भुवनेश्वरी साहू (पार्षद, नगर पंचायत भखारा) थीं।

तीनों अतिथियों का स्वागत सार्थक के बच्चों ने अभिनंदन गीत और पुष्पगुच्छ भेंट कर किया।

कार्यक्रम की शुरुआत सार्थक के विशेष बच्चों द्वारा प्रस्तुत लघु नाटिका “लंका नगरी में सीता माता की विरह व्यथा और रावण का अहंकार” से हुई। इस नाटिका में प्राची (सीता माता), कुलदीप (रावण), एकलव्य (हनुमान), निखिल (राम), ईशु (लक्ष्मण) तथा अन्य बच्चों ने असुरों की भूमिकाएँ निभाकर मंच को जीवंत बना दिया।

अंत में सभी बच्चों ने राम दरबार के रूप में मंच सजाया और पुष्प वर्षा के साथ राम जी का स्वागत किया, जिस पर उपस्थित सभी दर्शक भावविभोर हो उठे।सार्थक संस्था की अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी ने बताया कि—अब सार्थक के अधिकांश बच्चे युवावस्था में पहुँच चुके हैं। ऐसे में उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से संस्था में वोकेशनल ट्रेनिंग दी जा रही है — जैसे लिफाफा, राखी, तिरंगा बैज, एवं पूजा, आरती, शगुन की थाली सजाना आदि कार्य। साथ ही विभिन्न अवसरों पर इन वस्तुओं के विक्रय हेतु स्टॉल लगाए जाते हैं।

उन्होंने बताया कि सार्थक की छात्रा प्राची सोनी की माता रोशनी सोनी द्वारा थाली सजाने एवं राखी मेकिंग का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जबकि हरीश सोनी निरंतर संस्था और बच्चों के हित में सक्रिय रहते हैं।दोनों को सार्थक परिवार की ओर से विशेष सम्मान प्रदान किया गया।


मुख्य अतिथि डॉ. मनीषा पांडे ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा —

सार्थक के बच्चों की प्रस्तुति अत्यंत हृदयस्पर्शी रही। विशेष बच्चों में इस प्रकार का आत्मविश्वास उनके प्रशिक्षकों की मेहनत का परिणाम है। समाज कल्याण विभाग की ओर से इन बच्चों और संस्था को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। साथ ही, बच्चों द्वारा तैयार की गई वस्तुओं के विक्रय हेतु एक उचित प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।उन्होंने सार्थक स्कूल के बच्चों द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित लिफाफे और आरती की थाली भी खरीदी और बच्चों की रचनात्मकता की प्रशंसा करते हुए उन्हें इसे निरंतर बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। बच्चों के लिए मिठाई भेंट की।विशिष्ट अतिथि ज्योति पारख, जो स्वयं भी सार्थक की आमंत्रित सदस्य हैं, बच्चों की प्रगति देखकर हर्षित हुईं और उनके हाथों से सजी थालियाँ क्रय कर उनका उत्साह बढ़ाया।कार्यक्रम की सहयोगी ज्योति जैन ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा —सार्थक के विशेष बच्चों के चेहरों पर दीवाली की सच्ची खुशी झलकती है। उनकी मुस्कान ही सबसे सुंदर दीप है, जो सबके मन में रोशनी भर देता है।सार्थक की प्रशिक्षिकाएँ मैथिली गोड़े एवं देविका दीवान को स्पेशल एजुकेटर के रूप में बच्चों के प्रशिक्षण में उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया।स्कूल के छात्र सत्यांशु दीप को उड़ीसा में बास्केटबॉल नेशनल प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की टीम में शामिल होकर सिल्वर मेडल जीतने और प्रतीक शांडिल्य को दिल्ली पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।

भुवनेश्वरी साहू ने सभी को दीपावली की शुभकामनाएँ दीं।

अंत में अतिथियों, पालकों और बच्चों ने मिलकर दीप प्रज्वलित किए और एक साथ “हैप्पी दिवाली” की शुभकामनाएँ दीं।बच्चों को अतिथियों ने उत्साहपूर्वक मिठाइयाँ खिलाईं।पूरा परिसर उल्लास, स्नेह और प्रकाश से आलोकित हो उठा।कार्यक्रम का गरिमामय संचालन सार्थक के सक्रिय सदस्य हरख जैन ने किया। इस अवसर पर टी.एस. नेताम, नोमेश साहू, नीरेश ध्रुव, थामस साहू, सुभाष मलिक, प्रशिक्षक मुकेश चौधरी,काजल रजक, सुनैना गोड़े, तथा अनेक पालकगण उपस्थित थे। सभी को स्वल्पाहार कराया गया।

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