धर्म व संस्कृति की रक्षा का पर्व है नवरात्रि - कविता योगेश बाबर

धमतरिहा के गोठ
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 संजय छाजेड़ 

ग्रामीण दुर्गोत्सव समिति तेलिन सत्ती के तत्वाधान में पाँच  दिवसीय नाचा गम्मत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया कार्यक्रम के चतुर्थ दिवस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कविता योगेश बाबर थीं  माँ दुर्गा की पूजा अर्चना कर अतिथि स्वागत सत्कार के उपरांत सभा को संबोधित करते हुए श्रीमती बाबर ने समस्त ग्रामवासियों को नवरात्र पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की एवं कहा कि नवरात्र के इस पावन अवसर पर इस प्रकार के आयोजन होने से हमारे धर्म और संस्कृति के बारे में हमारी आने वाली पीढ़ियों को ज्ञान एवं संदेश मिलता है उन्होंने कहा कि माँ दुर्गा शक्ति की देवी है जिसे हम सती  के रूप में भी जानते हैं जो सत युग के राजा दक्ष की पुत्री दाक्षायणी के नाम से भी जानी जाती है माता इन नौ दिनों में अलग अलग नौ रुपों में इस धरती पर अपनी उपस्थिति देती है इन नौ दिनों में मानव को माता की उपासना करनी चाहिए जब जब इस धरती पर असुरों का आतंक बढ़ा तब तब माता उनके विनाश के लिए अलग अलग रूपों में प्रकट होकर उनके अत्याचार का सर्वनाश किया है कार्यक्रम के  इस अवसर पर जनपद सदस्य योगेश मारकंडे मोहन जांगड़े वीरेंद्र सिन्हा पंचगण एवं बड़ी संख्या में आयोजन समिति के सदस्य एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे

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