अपनी सुधार संसार की सबसे बड़ी सेवा है- चंदू लाल साहू

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड़ 

फिंगेश्वर गायत्री मंदिर मे युवा व्यक्तित्व निर्माण शिविर के प्रथम दिन मुख्य व्याख्यान पुर्व सासंद, अध्यक्ष राज्य भंडार गृह निगम चंदू लाल साहू थे। उन्होंने युवाओं के शिविर में एक शिक्षक बतौर कक्षा ली और घंटा भर अपने वक्तव्य से मार्गदर्शन दिया। साहू ने कहा 

मनुष्य जीवन बड़े सौभाग्य से मिलता। जन्म और मृत्यु के बीच जीवन कैसे जिना है सब आपके हाथ है। यह युवा व्यक्तित्व निर्माण शिविर हमे और आपको जीवन जिने की कला सिखाती है। आप किस प्रकार जीवन की उद्देश्य की पुर्ति करे,

व्यक्तित्व निर्माण सार्थक जीवन बनाते हैं। जो आये है बड़े सौभाग्य है । अपने माता पिता 

गुरु देव ने कहा अपनी सुधार संसार की सबसे बड़ी सेवा है। एक सुधार से प्रभाव से असर 

उन्होंने नरेंद्र मोदी का उदाहरण दिया इन्होंने स्वच्छता का मिशन चलाया इसका मतलब है  ,स्यंम कहीं पर गंदगी, कचरा न करें ,नियत स्थान पर डाले ऐसी सोच सबकी बनी रहे। तो स्वच्छता ही स्वच्छता रहेगा। देश के एक सौ चालिस करोड़ एक एक कदम बढ़ायेगा तो देश एक पल में एक सौ चालीस कदम बढ़ जायेगा। ये सुधार की प्रक्रिया है। इसलिए एक विजन रखा गया 2047 तक पुर्ण विकसित राष्ट्र बनेगा। इस पुर्ण विकसित के लिए पहले व्यक्तित्व निर्माण करना होगा। पैसठ प्रतिशत युवाओं के कंधे पर देश को किस ओर ले चलने का भार है । अगर युवा सुधर गया तो पैसठ प्रतिशत सुधार हो जायेगा। शिक्षा के साथ युवा सबसे पहले आप को पहचानो मै क्यों आया हूं और परिवार,समाज,देश क्या योगदान दे सकता हूं। स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं,उनकी जिवनी पढ़ें। दृढ़ इच्छाशक्ति होनी चाहिए , लगातार प्रयास होनी चाहिए तो आपकी सफलता को कोई रोक नहीं सकता। व्यक्तित्व निर्माण की इस कड़ी में रहन सहन,खान पान, वाणी की अहम् भूमिका है। चंदू लाल साहू ने स्वयं का उदाहरण देकर समझाया कि मै पहले पुलिस की नौकरी में था। 1990 में नौकरी छोड़ा तो मेरे ज्यादा दूसरे लोग चिंता व्यक्त कर कहने लगे आगे जीवन कैसे जीयेगा। तब मैंने कहा था एक दिन विधायक बनुगां,और उसी लक्ष्य को पिछा करते कर्म किया परिणाम स्वरूप आज जो देख है सामने में हूं, 2003 में विधायक, फिर दो बार सासंद और वर्तमान में निगम अध्यक्ष हूं। लक्ष्य लेकर चलिए उस हिसाब से मेहनत, प्रयास करते रहे, चिंतन करते रहे महौल आपके पक्ष में होता नजर आयेगा। 

 

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