संजय छाजेड़
धमतरी 5 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के आपसी तालमेल के चलते पिछले माह मंडल, निगम में नियुक्ति की जा चुकी है। भविष्य में निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में एल्डरमेन की नियुक्ति की जानी है। इसके लिये ऐसे अनेक लोग प्रयासरत हैं। लेकिन विश्वसनीय सूत्रानुसार पता चला है कि पूर्व में पार्षद या एल्डरमेन रहे व्यक्तियों को एल्डरमेन नहीं बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय पिछले दिनों कोर कमेटी की बैठक में लिया गया है जिसके कारण ऐसे कार्यकर्ता जो पूर्व में इस पद को सुशोभित कर चुके हैं, उनको दोबारा एल्डरमेन बनने का सपना, सपना ही रह जायेगा।
मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि पिछले दिनों जिला भाजपा कार्यालय में जिला कोर कमेटी की बैठक संपन्न हुई जिसमें उपरोक्त निर्णय लिया गया है जिसका मुख्य कारण पार्टी के नये ऊर्जावान कार्यकर्ताओं के साथ साथ पार्टी में काफी लंबे समय से समर्पित वरिष्ठ नेताओं को भी मौका दिया जाना है, इसे लेकर यह निर्णय लिया गया है। तर्क यह था कि पिछले समय जो भाजपा कार्यकर्ताओं को एल्डरमेन, पार्षद बनाया जा चुका है, उन्होंने जनता की सेवा की। अपने अपने क्षेत्र की जनता के विकास का कार्य किया है। लेकिन अब उन्हें एल्डरमेन बनाने का कोई विचार नहीं है और नये ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को एल्डरमेन बनाये जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। इससे माना जा रहा है कि पुराने जो लोग पार्षद अथवा एल्डरमेन बने हैं, उन लोगों को यह मौका नहीं दिया जायेगा। भारतीय जनता पार्टी ने इसी कारण पुराने कुछ विधायकों को भी टिकिट से वंचित किया वहीं मंत्रिमंडल में भी नये चेहरों को समाहित किया ताकि सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं को जनता सेवा का मौका मिल सके। इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए भाजपा के जिला कोर कमेटी की बैठक में उक्त अहम निर्णय लिया गया। सूत्रों का यह भी कहना है कि एल्डरमेन बनने के लिये लालायित एक महिला, पूर्व पार्षद जो लगातार अपने कई आकाओं के पास जाकर मिन्नतें कर एल्डरमेन बनाने का आग्रह कर रही है। उक्त महिला पूर्व पार्षद का कोर कमेटी में हुए निर्णय के बाद भी अब भी वह हार मानने को तैयार नहीं है। अब देखना यह है कि पार्टी नेतृत्व आने वाले कुछ दिनों बाद होने वाले निगम, पालिका, नगर पंचायत में एल्डरमेन के रूप में नये लोगों को मौका देती है अथवा लंबे-चौड़े एप्रोच लगाने वाले पुराने लोगों को मौका मिलता है।