संजय छाजेड
धमतरी। उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत 1 सितंबर से 8 सितंबर साक्षरता सप्ताह में राज्य शासन के बनाए गए कार्यक्रम की समय सारणी अनुसार प्रतिदिन जिले के प्रत्येक शाला में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतमय में जिला धमतरी में जिला स्तरीय महारैली का आयोजन किया गया। साक्षरता अभियान के वातावरण निर्माण व साक्षरता जागरूकता हेतु एक पहल की गई उक्त कार्यक्रम में रैली में पूर्व विधायक रंजना साहू जिला प्रमुख आयुक्तभारत स्काउट एवं गाइड चेतन हिंदुजा,रोहरा ने हरी झंडी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया साक्षरता उल्लास रथ के साथ तथा नगर निगम के समक्ष सभी शिक्षकों को बच्चों को चॉकलेट प्रदान किया गया। रंजना साहू ने अपने उद्बोधन में कहा समाज में शिक्षा से ही साक्षर और असक्षरों के बीच के भेद को दूर करना है समाज में संविधान में समता व समानता की जो बातें लिखी हैं उन्हें जमीनी स्तर पर मूर्त रूप देना है अज्ञानता के अंधकार को दूर कर ज्ञान की ज्योत जलाना है इच वन टीच वन की थीम पर साक्षरता अभियान को सफल बनाना है विशेष कर महिला साक्षरता दर को बढ़ाना है जन समुदाय छात्रों और नगर निगम के सभी कर्मचारियों ने साक्षरता उल्लास शपथ ली, साथ ही हरितालिका तीज, शिक्षक दिवस व गणेश चतुर्थी पर्व की शुभकामनायें दी। चेतन हिंदुजा ने कहा शिक्षित व्यक्ति आत्म सम्मान और विश्वास के साथ समाज में अपनी प्रस्थिति और भूमिका निर्मित करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं शिक्षा से ही समाज में सकारात्मक परिवर्तन होना संभव है श्री रोहरा ने सभी शिक्षकों को साक्षरता अभियान से जुडक़र स्वयं सेवी शिक्षकों के साथ मिलकर साक्षर धमतरी बनाने की मुहिम को सफलतापूर्वक पूर्ण करने का प्रण लिया।
डीपीओ खेमेन्द्र
साह,ू एसआरजी प्रीति शांडिल्य ने कार्यक्रम की रूपरेखा व उद्देश्यों
पर विस्तृत चर्चा की उन्होंने कहा कि साक्षरता कार्यक्रम के उद्देश्यों की पूर्ति
हेतु मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है शत प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य को प्राप्त
करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश सभी ग्राम प्रभारी को सतत दिए जा रहे हैं राष्ट्रीय
शिक्षा नीति के अनुसार प्रौढ़ शिक्षा अब सभी के लिए शिक्षा के नाम से जाना जाएगा
पढि़ए कहीं भी कभी भी की थीम पर कार्य किया जाना है। इस कार्यक्रम में दिव्यांगजन
तथा महिलाओं को प्राथमिकता दी जानी है राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार प्रौढ़
शिक्षा अब सभी के लिए शिक्षा के नाम से जाना जाएगा उल्लास मोबाइल ऐप पर
शिक्षार्थियों व स्वयं सेवी शिक्षकों का सर्वे व डाटा एंट्री किया जाना है
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसा अनुसार
नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को भारत सरकार द्वारा स्वीकृति दी गई है इस कार्यक्रम के पांच प्रमुख
गठन घाटक हैं बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान, जीवन कौशल,वित्तीय,डिजिटल, कानूनी,मतदान साक्षरता इत्यादि व्यावसायिक कौशल विकास बुनियादी शिक्षा
समतुल्यता कार्यक्रम और सतत शिक्षा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार प्रौढ़
शिक्षा अब सभी के लिए शिक्षा के नाम से जाना जाएगा यह कार्यक्रम 15 वर्ष से अधिक
आयु समूह के लोगों के लिए होगा कार्यक्रम 2027 तक संचालित किया जाना है शिक्षा
साक्षरता मिशन प्राधिकरण की कार्यकारिणी के पदेन अध्यक्ष कलेक्टर होंगे उल्लास
केंद्र के लिए स्कूल भवन का उपयोग किया
जाएगा, महिला शिक्षिकाओं की
अनूठी पहल
साथ ही सभी महिला शिक्षिकाओं द्वारा हरितालिका तीज पर्व की थीम पर हरी साडी में जिले में बाइक ,स्कूटी रैली निकाल कर नगर में उल्लास जागरूकता अभियान किया गया शिक्षा विभाग के डीईओ तेजराम जगदल्ले द्वारा आभार प्रदर्शन करते हुए कहा की शिक्षा ना केवल जीविकार्जन का आधार है अपितु व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण का सशक्त साधन भी हैं अत: शत प्रतिशत साक्षरता के लक्ष्य को प्राप्त करना है, सहायक संचालक लक्ष्मण राव मगर, डीएमसी देवेश सूर्यवंशी,बीईओ अमित तिवारी,बीआरसी ललित सिन्हा, प्राचार्य बी मथ्यू, सीएसी राजेश मनवानी, नमिता तिवारी, मालती साहू, राजेंद्र सिन्हा, भुनेश्वर साहू, एमटी संजय पाल, आकाश गिरी गोस्वामी व सभी शिक्षक, शिक्षिकाये सम्मिलित रहे देश का जन जन बने सक्षर।