संजय छाजेड
धमतरी।नगरी सिहावा अंचल धान फसल और वनोपज के लिए प्रसिद्ध है, यहाँ दुधावा, सोंढूर मॉडमसिल्ली और गंगरेल बांध भी अविभाजित नगरी तहसील जो अब नगरी,कुकरेल,बेलरगाव तीन तहसील में बन गया है,जिला बनने से इन तहसील के अंतिम छोर के गांव,बनियाडीह मैनपुर,घटकेल बसीन,तुमडीबहार की वर्तमान जिला मुख्यालय से दूरी 120 कि मी से 30 से 40 किलोमीटर होगी, जिला बनने से वनोपज और चावल से सम्बंधित उद्योग चालू होंगे, आवागमन बढेगा, शिक्षा के क्षेत्र में नए कालेज खुलेंगे,पर्यटन की पूरी संभावना इस क्षेत्र में है,जिला बनने से शासन से अलग से धनराशि विकाश के लिए आबंटित होंगे। युवावर्ग को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। बहुत पहले बन जाना था नगरी जिला लेकिन सक्षम नेतृत्व कर्ता जनप्रतिनिधि नही होने से छले गए हम, नगरी सिहावा अंचल स्वतंत्रता सेनानियों के गढ रहा अँगेजो के जमाने 1947 से पहले रेल चलता था, जो एक सपना है जिला बनेगा तो विकास की सम्मभवना अधिक है इसलिए नगरी सिहावा को जिला बना आवश्यक है !अभी तक शांत रहे लेकिन इस बार छले गए तो आंदोलन होगा और इस आन्दोलन में अधिवक्ता गण
, पत्रकारगण, पेंशनर समाज,सभी समाजिक संगठन,बस, टैक्सी ऑटो यूनियन, किसान मजदूर, महिला संगठनों का सहयोग लेकर जिला निर्माण होने तक आंदोलन, धरना ,प्रदर्शन छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर और जरूरत पडा तो दिल्ली तक नगरी सिहावा को जिला बनाने की जमीन की लडाई लडेंगे। अधिवक्ता तुलसी राम साहू, सह सचिव अधिवक्ता संघ नगरी, जिला मीडिया प्रभारी विधि प्रकोष्ठ धमतरी पूर्व सचिव तहसील साहू समाज युवा प्रकोष्ठ नगरी।