बच्चों को बचपन से ही सभी को सम्मान देने के संस्कार दिए जाएं ,तो बड़े होकर वे समाज के अच्छे नागरिक बनेंगे:सोनल पारख़

धमतरिहा के गोठ
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 संजय छाजेड़ 

धमतरी की समाजसेवी सोनल अरिहंत पारख़ अपनी 3 वर्षीय बिटिया कृति को साथ  लेकर  मानसिक दिव्यांग बच्चों की सार्थक स्कूल आईं। और उन्होंने बच्चों को नोटबुक्स और स्लेट का उपहार दिया। सोनल ने बताया आज उनकी बेटी का जन्मदिन है और वह उसे इन विशेष बच्चों से मिलवाना चाहती थी। सार्थक के  बच्चों ने  दोनों आगंतुकों का गीत गाकर स्वागत किया।  नन्हीं कृति ने अपने जन्मदिन का केक सभी  बच्चों को बहुत स्नेह से  खिलाया और अपने नन्हे नन्हें हाथों से सभी बच्चो को  नोटबुक दिए, बच्चों ने थैंक यू कहा और  कृति  ने  बड़े प्यार से मुस्कुराते हुए,उन्हें वेल कम कहा। सोनल ने  बच्चों को आर्शीवाद देते हुए, खूब अच्छे से पढ़ने की बात कही और कहा कि, बच्चों को बचपन से ही सभी व्यक्तियों को  सम्मान देने के संस्कार दिए जाएं ,तो बड़े होकर वे समाज के अच्छे नागरिक बनेंगे।प्रशिक्षकों ने पारख परिवार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, सार्थक के छोटे बच्चो को स्लेट और बड़े बच्चे को नोट बुक  की बहुत जरूरत होती है। उपहार पाकर बच्चे आनंदित हो गए। इस अवसर पर प्रशिक्षक मैथिली गोड़े, देविका दीवान, स्वीटी सोनी, सुनैना गोड़े, उपस्थित थे।

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