संजय छाजेड़
गोरेगांव में तीन दिवसीय मानस गान सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें द्वितीय दिवस के मुख्य अतिथि डॉ लक्ष्मी ध्रुव पूर्व विधायक सिहावा रही मुख्य अतिथि डॉ लक्ष्मी ध्रुव ने अपने उदबोधन में कहा की रामायण बताती है कि कुछ गुणों को अपना कर कुछ खास बातों को ध्यान में रखकर मर्यादा एवं अनुशासन वाला जीवन जीना चाहिए इसमें बुराई पर अच्छाई की जीत होती है रामायण एक राज परिवार और राजवंश की कहानी है जो पति-पत्नी भाई और परिवार के अन्य सदस्यों के आपसी रिश्तों के आदर्श पेश करता है रामायण में राजा रामचंद्र जी थे जिन्होंने अपने प्रजा के हित के लिए हमेशा कार्य किया वैसा ही हमारे छत्तीसगढ़ के राजा को करना चाहिए कोई भी विशेष वर्ग के लिए कार्य नहीं करना चाहिए वह राजा सभी के लिए है सभी वर्ग को लाभ मिलना चाहिए इसमें किसी भी योजना के लिए कोई भी मापदंड निर्धारित नहीं करना चाहिए।राजा रामचंद्र जी ने कभी किसी वर्ग विशेष के लिए कार्य नहीं किया मैं रामायण मानस समम्मेल में उपस्थित श्रोताओं से कहना चाहूंगी की रामायण में छिपा है जीवन का सार, अपने जीवन को बना सकते हैं सुखी और सफल रामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं है बल्कि यह मनुष्य को जीवन की सीख देता है रामायण में जहां भगवान राम को पुरुषोत्तम कहा गया है वही मां सीता की पवित्रता दर्शायी गई है, लक्ष्मण और भारत दोनों ही का अपने भाई के प्रति अथाह प्रेम दिखाया गया है रामायण के हर एक चरित्र से कुछ ना कुछ शिक्षा अवश्य प्राप्त होती है। मैं गोरेगांव के समस्त जनता को बधाई देना चाहती हूं कि अपने खेती कार्य पूर्ण करने के बाद एक ऐसा आयोजन सब मिलकर कर रहे है जिससे आने वाली पीढ़ी को अच्छा सीख मिलेगी।
उक्त कार्यक्रम मे मुख्य रूप से मीना बंजारे जिला पंचायत सदस्य, सरपंच गोरेगांव, रुद्रप्रताप नाग,सचिन भंसाली,प्रदीप सोन,भारत लहरे,वीरेंद्र यदुराज,थानेश्वर यदुराज, खिंजन नाग,लेखराम साहू, राधेश्याम ध्रुव,नंदकिशोर ध्रुव,गजेन्द्र यदुराज,भानेन्द्र अटलखाम, श्रीमती धनेश्वरी अटलखाम एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।