संजय छाजेड़
धमतरी । चुनाव की घोषणा के बाद जिले के प्रत्येक अधिकारी जिनको जिम्मेदारी मिली है वे अपने अपने काम में व्यस्त हैं। लेकिन ऐसे भी अधिकारी, कर्मचारी हैं जो अपने कर्तव्य के प्रति उदासीन नजर आ रहे हैं जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण नगर पालिक निगम के उन अधिकारियों से दिया जा सकता है जो करोड़ों रूपये के निर्माण कार्यों के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं जिसके कारण ठेकेदार द्वारा अपने मजदूरों के माध्यम से कार्य करवा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यहां नवनिर्मित निर्माण कार्य धसक गया है। निविदा एवं शर्तों के विपरीत कार्य किया जा रहा है जिसे देखने की ऐसे जिम्मेदारों को फुर्सत नहीं हैं। हद तो यह है कि पालिका द्वारा करोड़ों रूपये की लागत से निर्माण होने वाले इस नाला के निकासी का साधन नहीं है जिसकी वजह से यहां जीव जंतु के पनपने की आशंका को लेकर दुकानदार चिंतित हेंै।
नगर पालिक निगम द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पूर्व में स्वीकृत निर्माण कार्यों को संबंधित ठेकेदारों को निविदा के माध्यम से दिया गया है जिसके संबंध में निर्माण कार्यों का प्रारंभ एवं समापन का कोई बोर्ड स्थल पर मौजूद नहीं है। सिहावा रोड के समीप महावीर राईस मिल के सामने निर्माणाधीन नाला निर्माण ऐसे ही पड़ा हुआ है। मलमा यातायात को बाधित कर रहा है। ठेकेदार द्वारा जब उसकी इच्छा होती है, कार्य किया जाता है और ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। कमोवेश यही स्थिति रायपुर रोड में भी है जहां ठैकेदार काम छोडक़र अधूरे कार्यों को पूर्ण करने की कोई जवाबदारी महसूस नहीं कर रहा है। इस क्षेत्र में गिट्टी, रेत के कारण आवागमन करने वालों को सदा खतरा बना रहता है। इसके बावजूद न तो निगम के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहे हेंै और न ही ठेकेदार, जिसके कारण यहां आसपास निवासरत लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि सिहावा रोड स्थित नाला निर्माण के लिये जो ठेकेदार शामिल हैँ उनके द्वारा पूर्व में किया गया काम धसक गया था जिसे सुधार कर उक्त निर्माण को पूरा किया।
शासन के निर्देशानुसार लाखों, करोड़ों रूपये की लागत वाले कार्यों का बोर्ड स्थल पर लगाये जाने का निर्देश है। लेकिन निगम के अधिकारियों द्वारा इसका पालन ठेकेदार से नहीं करवाया जा रहा है। लोगों को यह भी नहीं मालूम कि यह नाला निर्माण कब समाप्त होगा। ठेकेदार का नाम भी उक्त स्थल पर दर्शित नहीं है। पूछने पर बताया गया कि यहां निगम के इंजीनियर कभी नहीं आते, ठेकेदार भी अपनी उपस्थिति भुगतान के दिन देते हैं। और तो और निर्माण कार्यों में व्यापक पैमाने पर धांधली की जा रही है। जो छड़ लगाई गई है वह निम्र तबके की है, मसाला में भी काफी हेरफेर किया गया है जिसके कारण ही सिहावा रोड स्थित नाला निर्माण धसक गया था। आसपास के लोगों ने यह भी बताया कि निर्माण कार्य नहीं होने से उन्हें भारी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। अनेक जागरूक लोगों ने उपरोक्त निर्माण कार्यों के प्रति बरती जा रही लापरवाही पर चिंता जाहिर करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान दिये जाने की बात कही। स्लेब के निर्माण में भी इन्होंने लकड़ी का सहारा लिया है जिसके सहारे पूरा स्लेब टिका हुआ है। इसके ऊपर सेंटरिंग की जा रही है। ऐसे सब लापरवाही के चलते आनन-फानन में यह निर्माण कार्य कछुवा चाल से आज लोगों के जुबानों पर चर्चित है। उपरोक्त मामले को लेकर निगम आयुक्त से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका मोबाईल रेंज से बाहर बताया।