संजय छाजेड
धमतरी 29 सितंबर। जिले के वरिष्ठ अधिकारी की कार्यशैली की चर्चा समूचे क्षेत्र में हो रही है। उनकी निष्पक्ष एवं त्वरित कार्यवाही से न सिर्फ शासन की जनकल्याणकारी योजनाएं समय पर क्रियान्वित हो रही हैं, वहीं उनके द्वारा बियाबान जंगलों में जाकर आंगनबाड़ी, स्कूल निर्माण कार्यों का औचक्क निरीक्षण करने की भी चर्चा हो रही है। साथ ही साथ वर्षों से जागरूक नागरिकों के द्वारा भूमाफियाओं द्वारा अवैध प्लाटिंग को लेकर जो शिकायतें की जा रही थीं, उसे अमलीजामा पहनाने में भी इस अधिकारी ने महारथ हासिल की है। लेकिन बड़े दुर्भाग्य के साथ यह चर्चा शहर में चर्चित हो रही है कि उनके अधिनस्थ एक जिम्मेदार बाबू द्वारा इस अधिकारी के नाम पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कलेक्टोरेट से संबंधित कार्य के लिये भारी राशि वसूल की जा रही है जिससे कहीं न कहीं इस अधिकारी की छवि धूमिल हो रही है।
शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को दूरदराज तक पहुंचाने के लिये इस अधिकारी ने अपने अधिनस्थ लोगों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये हैं। साथ ही साथ आगंतुकों से शालीनता पूर्वक व्यवहार करने एवं उनके समस्याओं का त्वरित निराकरण का भी निर्देश दिया है जिसके कारण आज कलेक्टोरेट आने वाले लोगों को इस अधिकारी की कार्यशैली पसंद आ रही है और वे उनकी प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं। आंगनबाड़ी, स्कूल, अस्पताल सहित जिले में चलने वाली शासन की अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर उनके द्वारा समय समय पर समीक्षा की जा रही है जिससे उपरोक्त कार्य अपने निर्धारित अवधि में पूर्ण होने की पूरी संभावना है। वरिष्ठ अधिकारी के पद पर आने के बाद इन्होंने दूसरे पूर्व अधिकारियों की कार्यशैली को धत्ता बताते हुए नये सिरे से जो कार्य प्रारंभ किये हैं, उसकी सर्वत्र चर्चा है। निष्पक्ष एवं त्वरित कार्यवाही, ईमानदारी के साथ करने में इनका कोई सानी नहीं है। इसी वजह से जिलेवासियों का इस अधिकारी पर पूरा भरोसा है कि उनके रहते तक यह जिला एक मॉडल जिला के रूप में विकसित होकर रहेगा। इन्हीं सब चर्चाओं के बीच एक खबर यह भी छनकर आ रही है कि उक्त अधिकारी के नाम पर उनके अधिनस्थ विश्वासपात्र बाबू द्वारा राशि की अवैध वसूली की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि उक्त बाबू जो दिखने में सीधा-सादा नजर आता है, अपने इस अधिकारी के नाम पर अपने टेबल में लोगों को बुलाकर अनावश्यक रूप से उन्हें तरह-तरह के प्रपंच रचकर उनसे अवैध वसूली कर रहा है। कुछ अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उक्त बाबू द्वारा पिछले कई माह से यह अवैध वसूली का कार्य निरंतर कर रहा है जिसकी जानकारी इनके वरिष्ठ अधिकारी नहीं है। बताया जाता है कि उक्त अधिकारी इस कर्मी पर जरूतर से ज्यादा भरोसा करते हैँ। सूत्रों का यह भी दावा है कि वसूली करने वाले उक्त कर्मी का संबंधित अधिकारी के बंगले में सीधा आना-जाना है जिसका भी फायदा वह इन दिनों बेखौफ होकर उठा रहा है। अपने विभाग के समस्त कार्यों के संपादन हेतु उसे समय समय पर आवश्यक दिशा निर्देश देते आ रहे हैं। लेकिन इसी आड़ में उक्त बाबू द्वारा वसूली किये जाने का प्रकरण सामने आया है। अनेक ऐसे भुग्तभोगी हैं जिन्होंने बताया कि जान बूझकर वे इस कार्य में संलिप्त हैं। हमारा कार्य बिल्कुल सहीं रहता है, इसके बाद भी कुछ न कुछ गलती बताकर उक्त बाबू अपने अधिकारी के नाम पर वसूली कर रहा है। जब उसे यह कहा गया कि आपके वरिष्ठ को इसकी शिकायत की जायेगी तो उनका कहना है कि उन्हें बताओ, या उनसे बड़े अधिकारी को बताओ, मेरा कोई बाल बांका नहीं कर सकता। जब यह चर्चा प्रारंभ हुई तो इनमें से एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर यह जानकारी दी है। अब देखना है कि उक्त अधिकारी जिनके कार्यशैली से समूचे जिलेवासी प्रसन्न हैं एवं ईमानदार अधिकारी के रूप में आम जनता के बीच अपनी खास छवि बना चुके वरिष्ठ अधिकारी उक्त कर्मी पर क्या कार्यवाही करते हैं?