संजय जैन
धमतरी | छत्तीसगढ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनरतले धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी के सभा में बिहार विधायक डा.दिलीप जायसवाल एवं भाजपा महामंत्री रामू रोहरा उपस्थित हुए। जहां धरना प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों को डा.दिलीप जायसवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी , डा.भीमराव अम्बेडकर जी ने कहा था कि जो सफाई कर्मचारी होते है वे भगवान के रूप होते है जिस लगन व मेहनत से जहां आप लोग शिक्षा के मंदिर सफाई में करते है जिस जगह से शिक्षा ग्रहाण कर बच्चे बडे बडे स्थानो, ओहदे पर जाते है लेकिन वहीं जो सफाई कर्मचारी भाई है जो आज भी दो घंटा काम के नाम पर 70 रूपए के दर के आसपास दिया जाता है यानी एक दिन का 95 रूपए होता है अब जरा सोचिये इतने कम मजदूरी में इनके साथ अत्याचार अन्याय से बडा क्या हो सकता है ये जो दो घंटा काम कराने का तरीका सरकार का साजिश है,सरकार का मंशा साफ नही है। सरकार ने सत्ता में आने के बाद पांच साल में कोई विकास का नही किया है कोई कार्य नही किया है ये सिर्फ घोटाला किया है। बाबा अम्बेडकर का सपना था कि जो जमीन के लोग है उसको शासन मिलना था सत्ता मिलना था कभी आप लोगो ने सुना है कि ये नेता जो किसी गरीब को अभी तक अपने गाडी में नही बिठाया ये नही चाहता है कि गरीब आगे बढे। उन्होने आगे कहा कि घोषणा पत्र बाद में अगर आपमें इतना दम है तो आने वाले 2 अक्टूबर गांधी जयंती के इन गरीब मजदूर सफाई कर्मचारियो को नियमितिकरण करो अगर आपका कान बहरा नही है तो ये सफाई कर्मचारी को इज्जत और सम्मान दिजीए, भुपेश बघेल के सरकार में नौकरशाह मालिक बना हुआ है और मालिक जमीन में बैठा है। वहीं रामू रोहरा ने कहा कि आने वाले चुनाव में जब वोट देने जाओंगे तो याद रखना कि ये सरकार ने तुम्हारे साथ धोखाधडी की है धोखा दिया है, कांग्रेस की सरकार ने सभी वर्ग को धोखे में रखा है ये दारी ये सरकार ला सबक सिखाना है और कांग्रेस को वोट नही देना है इसे सबक सिखाना है ये दारी बदलबो कांग्रेस के सरकार ला बदलबो।
छत्तीसगढ
अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के
33 जिलो में सन 2011 से कार्य रहे है। विदित हो कि धमतरी जिले में वर्तमान समय
में 1448 स्कूल सफाई कर्मचारी कार्यरत है प्रत्येक स्कूल में सफाई कर्मचारी के पीछे
5 से 10 सदस्य निर्भर है इस तरह 14480 लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुडे हुए
है। इसी प्रकार सम्पूर्ण छत्तीसगढ के स्कूलो में 23301 सफाई कर्मचारी र्कारत है। स्कूल
सफाई कर्मचारी स्कूल प्रांगण की साफ सफाई कक्षाओं की तथा पेयजल व्यवस्था , पालक , रजिस्टर
में हस्ताक्षर कराना मध्यान्ह भोजन, चावल की
व्यवस्था करना इन सारे कार्यो को करते आ रहे है। इसके एवज में कर्मचारियो को 2790 रूपए
मासिक मानदेय प्रदान किया जाता है। तथा सरकार
ने 500 अतिरिक्त मनदेय प्रदाने का निर्णय लिया
है तो कि अभी तक अप्राप्त है। आज वर्तमान मंहगाई
के इस कठिन समय में यदि 3290 रूपये भी प्राप्त हो तो भी किसी भी परिवार का भरण
पोषण नही बल्कि शोषण है। परिवार को चलाना चुनौती
बन गया है सन 2011 से लगातार सफाई कर्मचारी संघ शासन प्रशासन को अपनी मांगो के संबंध
में समय समयपर ध्यान आकर्षण करते आ रहे है जिसमे झीरम घाटी से राजधानी रायपु तथा सरगुजा से राजधानी रायपुर तक दांडी यात्रा प्रमुख है 7 मार्च 2022 से 3 अगस्त तक अनवरत धरना प्रदर्शन जारी रहा । मुख्यमंत्री तथा विभिन्न मंत्रियो के
द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया गया जबकि वर्तमान राकर सत्ता में आने के पर्वू अपने चुनाव
घोषणा पत्र समिति के मुखिया टीएस सिंहदेव द्वारा हमारी सरकार बनते ही पूर्णकालिक कर निमितिकरण
किया जायेगा ऐसा लिखित में आश्वासन दिया गया
थ। परंतु आज लगभग 5 वर्ष बीत जाने पर भी मुलाकात पत्रचार करने गुहार लगाने पर भी हमारी मांगो को पूरा नही
किया जा रहा है।इससे पूरे्र प्रदेश के स्कूलो में कार्यरत सफाई कर्मचारी दूखी होकर अपनी मांग अंशकालीन को
पूर्णकालिन करने केा लेकर आक्रोशित है तथा
कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपे मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बाध्य हो गये है। धरना
प्रदर्शन में भारी संख्या में सफाई कर्मचारी के महिला पुरूष उपस्थित थे।