एक व्यक्ति अपने पत्नी और बच्चों के साथ टैक्टर ट्राली पर रात गुजारने को बेबस नजर आ रहे है । ये पूरा मामला है मगरलोड़ ईलाके के ग्राम मोहेरा की दरअसल कुछ माह पूर्व गांव के जनप्रतिनिधियों ने उनके घर को अतिक्रमण बताकर बुलडोजर चलाया है । तो वही इस मामले से पीड़ित देवेन्द्र लहरे जनप्रतिनिधियों पर गांव से बहिष्कृत किये जाने और जातिगत दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
पीड़ित परिवार का कहना है ,इस मामले को लेकर महीनो से सम्बंधित दफ्तरों के चक्कर काट रहे है । लेकिन न्याय नही मिल रहा है।
पीड़ित परिवार ने प्रसासन से जनप्रतिनिधियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग कर रहे है। वही दूसरी ओर गांव के सरपंच कुलेश्वर साहू ने पीड़ित परिवार की तमाम आरोप को झूठ बताते हुए कहा , प्रशासन ने जमीन पर कब्जे किये जाने की बात कही जिससे कार्यवाही किया गया है | अब देखने वाली बात यह है की किस पक्ष की बात सही है और कौन गलत है ? अब ये सब तो प्रशासन के हस्तक्षेप से ही पता लगेगा |