संजय जैन
धमतरी। संचालनालय कृषि छग अटल नगर रायपुर के पत्र क्रमांक 1072 दिनांक 12.7.2023 के द्वारा उप संचालक कृषि धमतरी, रायपुर, गरियाबंद, बलौदाबाजार, महासमुंद, दुर्ग, बेमेतरा, बालोद, कबीरधाम, खैरागढ़, राजनांदगांव, बिलासपुर, सारंगढ़, बिलाईगढ़, जांजगीर, चांपा, बस्तर को पत्र लिखकर नकली उत्पाद विक्रय करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने कहा गया है। चूंकि राजीव कुमार दत्ता उप महाप्रबंधक(एफएमसी) ने 3 जुलाई 2023 को पत्र लिखकर एक शिकायत प्रस्तुत की थी जिसके आधार पर संचालनालय रायपुर द्वारा उक्त पत्र जारी किया गया है जिसके परिपालन में कृषि विभाग उदासीनता बरत रहा है। पिछले दिनों कुछ दुकानों में दबिश देकर वहां उपलब्ध रासायनिक दवाईयों का सेंपल लिया गया है जिसे जांच के लिये भेजा जाना बताया गया है किंतु इस कार्यवाही में भेदभाव बरतते हुए अनेक ऐसे विक्रेताओं को जान-बूझकर छोड़ दिया गया है। कुल मिलाकर कार्यवाही के नाम पर कृषि विभाग के आला अधिकारी फोटोशूट करवाकर न केवल जिले के कलेक्टर को गुमराह कर रहे हैं अपितु किसानों के साथ भी अन्याय करने से बाज नहीं आ रहे हैं। धमतारिहा के गोठ में खबर का फिर एक बार असर हुआ और कृषि विभाग कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है, जिससे किसानो में आक्रोश देखा जा रहा है |
उप महाप्रबंधक श्री दत्ता के द्वारा अपने पत्र में बताया गया है कि उनके कंपनी के उत्पाद FERTERRA 4 KG IN (Cholrantraniliprole 0.4% GR) के स्थान पर नकली उत्पाद का विक्रय संबंधित जिलों के डीलर्स द्वारा कृषकों को विक्रय किया जा रहा है। इसे अपर संचालक कृषि(पौ.स.) संचालनालय कृषि छग ने गंभीरता से लेते हुए उपरोक्त पत्र 12 जुलाई को प्रेषित करते हुए जिले के उपसंचालकों को तत्काल प्रावधानानुसार 07 दिवस के अंतर्गत आवश्यक कार्यवाही कर प्रतिवेदन संचालनालय कृषि को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। नकली उत्पाद की धमतरी में धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है जिसे लेकर धमतरिहा के गोठ ने एक समाचार प्रसारित किया था जिसे कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने गंभीरता से लेते हुए कृषि विभाग को निर्देशित कर ऐसे लोगों पर नियमानुसार कार्यवाही करने का आदेश दिया था। ऐसे नकली कृषि उत्पाद विक्रय करने से किसानों की फसलों में इसका दुष्प्रभाव देखने, सुनने को मिल रहा है। हालांकि इसकी पुष्टि प्रशासनिक स्तर पर नहीं की गई है परंतु क्षेत्रीय कुछ किसानों ने इस मामले पर संज्ञान लेने की अपील संबंधित विभाग से की है। कुछ किसानों ने प्रतिनिधि से चर्चा में बताया कि जिले में ब्रांडेड कंपनी की हूबहू पैकिंग कर नकली कृषि उत्पाद की धड़ल्ले से बिक्री जारी है। लेकिन कृषि विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से किसानों को उनकी उपज में इससे बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी विभाग के लोगों को नहीं है, परंतु मिलीभगत के चलते ऐसे लोगों पर कार्यवाही नहीं की जा रही है।
कृषि विभाग धमतरी उपरोक्त शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहा है। धमतरी में ही ऐसी रासायनिक उत्पाद की अनेक दुकानें संचालित हैं जिनमें गोलबाजार, रायपुर रोड प्रमुख हैं जबकि जिले में ऐसी अनेक दुकानें संचालित हैं जिसे लेकर कृषि विभाग द्वारा कोई जांच नहीं की गई किंतु जब संचालनालय का पत्र आया तो उसके बाद कृषि विभाग हरकत में आया और 07 के भीतर ऐसी जांच कर संचालनालय को जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश के बाद भी इस पत्र में लिखे तथ्यों को नजरअंदाज कर दिया और इसके बाद 30 जुलाई को कुछ दुकानों में दबिश देकर जांच की गई। दो दुकानों से सेंपल भी लिया गया है जिसे जांच के लिये भेजा गया है। लेकिन इसके अतिरिक्त अन्य कार्यवाही विभाग द्वारा नहीं की गई है। ऐसा कर कृषि अधिकारी फोटो छपवाकर इस गंभीर मुद्दे पर ठोस कार्यवाही नहीं किये और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को वास्तविकता को छुपाते हुए छापामार कार्यवाही बंद कर दी गई। शासन द्वारा किसानों के हितार्थ अनेक ऐसे योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसका भी लाभ क्षेत्र के किसानों को नाममात्र के रूप में मिल रहा है जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों के उत्थानार्थ अनेक ऐसी योजनाएं लागू की है ताकि उनका जीवन उच्च स्तर पर आ सके। जिले में किसानों के साथ कृषि दवाईयां विक्रय करने के नाम पर एक्सपायरी कृषि दवाईयों का विक्रय धड़ल्ले से जारी है। अनेक किसानों ने कहा कि कृषि विभाग जिस तरह किसानों को मिलने वाले रासायनिक उत्पादों को लेकर लापरवाही बरत रहा है, उससे किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंच रहा है। इन्होंने जांच एवं कार्यवाही की मांग वरिष्ठ अधिकारियों से की है