संजय जैन
धमतरी| घोटालेबाजों का अखाड़ा बन चुके धमतरी नगर निगम में ऐसे-ऐसे घोटाले सामने आते रहते है जिसे धमतरी शहर वासियों के सामने मौजूदा सरकार की खिलिया उड़ रही है। एक के बाद एक घोटाले को लेकर विपक्ष मजबूती से निशाना साधने में लगा हुआ है फिर भी घोटालें रुकने के नाम नहीं ले रहे हैं। हाल-फिलहाल निगम में सामने आया दशहरा रावण घोटाला, शो दाह,शौचालय घोटाला एवं अन्य घोटाला का मामला अभी तक पूरी तरह सुलझा नहीं कि निगम में एक और घोटाला 'डस्टबिन घोटाला' सामने आ रहा है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने डस्टबिन खरीदी की जांच करने की मांग करते हुए बताया कि 2021 दिसंबर जेम पोर्टल के माध्यम से 6950 रुपए प्रति नग हिसाब से 225 नग डस्टबिन की खरीदी की गई थी। जिसमें अब तक कोई उपयोग नहीं हो सका जिसमें लगभग 50 नग डस्टबिन का उपयोग हुआ शेष लगभग 175 नग डस्टबिन उपयोग ही नहीं हुआ है।
लेकिन भ्रष्टाचार करने निगम द्वारा 6445 रुपए प्रति नग हिसाब से और 120 नए डस्टबिन क्रय किया है।
यह खरीदी जेम पोर्टल से ना करते हुए अन्य पोर्टल से खरीदी गई है जबकि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि 14वे 15वे वित से सामानों की खरीदी जेम पोर्टल के माध्यम से ही करना है।
बड़ा सवाल यह है कि 2021 में खरीदी गए डस्टबिन का उपयोग अब तक नहीं हुआ है तो और 120 नग डस्टबिन क्रय करने का औचित्य क्या था इससे जवाबदारों की मंशा स्पष्ट दिखती है की उनको कमीशन की ओर इशारा कर रही है। जबकि गूगल मैं नीलकमल की डस्टबिन की प्राइस स्पष्ट उल्लेख है फिर क्यों ऊंचे रेट में खरीदा गया इसकी जांच होनी चाहिए इसमें समस्त पार्षद गण गणपार्षदगण राजेंद्र शर्मा धनीराम सोनकर, बिशन निषाद ,दीपक गजेंद्र, श्यामलाल नेताम प्रकाश सिन्हा हेमंत बंजारे विजय मोटवानी अज्जू देशलहरे, मिथिलेश सिन्हा ,ईश्वर सोनकर , प्राची सोनी ,सरिता आसाई श्यामा साहू ,सुशीला तिवारी ,रश्मि दिवेदी ,नीलू डागा,रितेश नेताम, शामिल हैं।