बच्चों के स्तर सुधार हेतु शिक्षकों का प्रशिक्षण

धमतरिहा के गोठ
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संजय जैन 

धमतरी |  राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर, जिला परियोजना कार्यालय धमतरी, विकास खंड स्रोत समन्वयक  समग्र शिक्षा धमतरी के आदेशानुसार  सोरिदभाट जोन के अंतर्गत संकुल केंद्र गोकुलपुर, शोभा राम देवांगन एवं  सोरिदभाट के 16 प्राथमिक शाला के शिक्षकों का दो चरण में मूलभूत भाषाई कौशल एवं संख्या ज्ञान (एफ एलएन) पर आधारित 3-3  दिवस का प्रशिक्षण दो चरणों में जोन सोरिदभाट में आयोजित किया गया।

              प्रथम चरण का प्रशिक्षण 20 से 22 जुलाई तथा दूसरे चरण का प्रशिक्षण 24 से 26 जुलाई तक आयोजित किया गया। जिसमें कुल 60 शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।  प्रशिक्षण में एन ई पी 2020 के उद्देश्य ,लक्ष्य एवं आवश्यकता पर,  एफएलएन के  लक्ष्य, दीक्षा एप, नवाजतन, आकलन एवं मूल्यांकन, दक्षता एवं सीखने के प्रतिफल, सामुदायिक सहभागिता, बालवाड़ी,विद्या प्रवेश, जादुई  पिटारा,भाषा एवं गणित वर्क बुक एवं अभ्यास पुस्तिका पर  गतिविधि आधारित प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बृजेश कुमार बाजपेई जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी, अमित तिवारी विकास खंड शिक्षा अधिकारी धमतरी , ललित कुमार सिन्हा  विकास खंड स्त्रोत समन्वयक मार्गदर्शन के लिए उपस्थित हुए ।

              जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के स्तर सुधार हेतु परिणाम मूलक कार्य करने से बच्चों के सर्वांगीण विकास शीघ्र हो सकता है। शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी का अच्छे ढंग से निर्वहन करने के साथ साथ  शासन की महत्वपूर्ण योजना  सुघर पढवईया में थर्ड पार्टी आंकलन हेतु पंजीयन ,कार्य योजना बनाकर बच्चों को सीखाने पर जोर,दक्षता एवं सीखने के प्रतिफल पर शिक्षकों से चर्चा,कार्यपुस्तिका सभी बच्चों को देने एवं विद्यालय में निर्धारित समय सारणी अनुसार अपनी उपस्थिति देते हुए विभिन्न क्रियाकलापों एवं शासन के विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित समय सीमा में करने मार्गदर्शन दिया ।

       विकास खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा कहा गया कि बच्चों को तीन स्तर में बांट कर उनके स्तरानुसार  अध्यापन कराने से  बच्चों के स्तर सुधार में बेहतर परिणाम प्राप्त किया जा सकता है।  विकास खंड स्त्रोत समन्वयक ने नवाजतन के 6 घटकों को विस्तार से समझा कर बच्चों में  बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को कैसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है वह बताया। साथ ही एफ एल एन 2026 के बजाय 2024 में ही प्राप्त करने पर सुझाव दिया। प्रशिक्षण में यशवंत देवांगन संकुल समन्वयक सोरिदभाट ने कहा कि वर्तमान में तेजी से बदलते टेक्नोलॉजी के युग में बच्चों को वैश्विक नागरिक बनाने के लिए हमें भी अपने शिक्षण पद्धति में बदलाव के साथ.साथ टेक्नोलॉजी का उपयोग अधिक से अधिक करने एवं बच्चों को अध्यापन में चुनौती देने का सुझाव दिया। नमिता तिवारी संकुल समन्वयक गोकुलपुर ने कहा कि बच्चों का मूल्यांकन के साथ साथ सतत् आंकलन कर बच्चों के स्तर सुधार पर कार्य करने का सुझाव दिया ।  प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर्स शारदा साहू, ज्ञानेंद्र गुप्ता ,थामस साहू, दीपिका सिन्हा,बेदू बाई ध्रुव एवं मधुबन्ती अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से उपस्थित रहे।




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