संजय जैन
धमतरी। कोलियारी, खरेंगा, दोनर, जोरातराई तक सडक का निर्माण एवं चौडीकरण, सडको के खराब व जर्जर होने का सबब बने ओव्हर लोड भारी वाहनो की आवाजही पर सडक निर्माण तक प्रतिबंध लगाया जाये, वर्तमान में दुर्घटना एवं सडको के खराब होने का प्रमुख कारण रेत खदान है जिसे सडक निर्माण तक स्वीकृत खदानो को निरस्त किये जाने की मांग सडक निर्माण संघर्ष समिति के हिरेन्द्र साहू संयोजक, दयाराम साहू, खूबललाल, अशोक कुमार, ललित, हीरादास, पतिराम यादव, हरिशचंद्र, नागेश आदि ने करते ह 25.04.23 को एक मांग पत्र कलेक्टर, एसपी को सौंपा था लेकिन उस पत्र पर अब तक कार्य नही होने से उक्त ग्राम के लोग अब निर्णायक आंदोलन की तैयारी कर रहे है।
कोलयारी खरेगा सडक़ में बड़े.बड़े गड्ढों के कारण
रोज कोई न कोई दुर्घटना का शिकार हो जाता है। आम जनता शासन प्रशासन का निरंतर ध्यान
आकृष्ट करा रहा है ,लेकिन अभी तक सडक़ ठीक करने के लिए पहल नहीं हुई। शनिवार को कानीडबरी के पास गड्ढे के कारण अनियंत्रित
होकर ट्रैक्टर ट्राली पलट गई जिससे भीषण दुर्घटना
होते होते बचा। वहां पर चल रहे लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। इसका एकमात्र कारण
है सडक़ पर गड्ढेद्व सडक़ पर चलने वाले वाहन अनियंत्रित होकर अन्य लोग के लिए जानलेवा
साबित होते हैं। सडक़ में तो गड्ढे हैं ही ,लेकिन सडक़ का पाई बिल्कुल भी नहीं है इससे
छुटकारा दिलाने हेतु सडक़ निर्माण समिति ने भी लगातार संघर्ष कर रहा है।
शासन प्रशासन भी कहीं ना कहीं कोई ना कोई राजनीतिक
दबाव के कारण रेत खदानों को संचालित करने की बात कहता है, लेकिन सडक़ सुधारने, निर्माण
किए जाने की दिशा में उनकी आवाज हमेशा दबी रहती है अब जनता का धैर्य जवाब देते जा रहा
है। ऐसे में कभी भी विस्फोटक स्थिति निर्मित हो सकती है। सडक़ निर्माण समिति के लोग
आने वाले समय में कलेक्ट्रेट घेराव सहित राजधानी तक पदयात्रा के सरकार का ध्यान आकृष्ट
कराना चाहते हैं। इस के लिए ठोस योजना बनाने में लगे हुए हैं।
उल्लेखनीय
है कि खरेंगा रोड में पिछले कुछ सालों से 5 से अधिक रेत खदान संचालित है।् रेत उत्खनन
के साथ ही क्षेत्र की सडक़ों का भी दोहन हो रहा है। रोजाना सैकड़ों हाईवा क्षेत्र से
गुजरती रही और उनके भारी दबाव के कारण सडक़ की दुर्गति हो चुकी है। धमतरी से सारंगपुरी,
देवपुर, दोनर सडक़ जगह.जगह गड्ढों में तब्दील हो गई है पाई भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं
इसी के चलते आए दिन दुर्घटना होती रहती है। क्षेत्रवासियों का इसके कारण आवागमन बुरी
तरह प्रभावित हो रहा है।् लगातार क्षेत्र से सडक़ मरम्मत की मांग उठती रही है वहीं लोक
निर्माण विभाग के माध्यम से पुनर्निर्माण की मांग करते रहे हैं। अधिकारी आश्वासन को
देते रहे पर अब तक मरम्मत के ठोस उपाय नहीं हुए।
क्षेत्र में रेत खदान स्वीकृत किए जाने से लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है।
क्षेत्र में सडक़ मरम्मत को लेकर संघर्ष समिति पिछले दो माह से आंदोलनरत है धरना प्रदर्शन
चक्काजाम के माध्यम से वे शासन प्रशासन को जगाने का प्रयास कर चुके हैं और वे बड़े
आंदोलन की कार्य योजना भी बना रहे हैं।