संजय जैन
धमतरी | निगम की
अधिकारियों के अनदेखी के चलते सफाई व्यवस्था चरमरा रही है। शहर के ज्यादातर इलाकों
में कचरा तो जरूर उठाया जा रहा है। लेकिन ऐसे में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते
हैं। शहर की प्रमुख बाजारों में मोहल्लों में और चौराहों पर कचरे के ढेर लगने से
लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है वहीं बजबजाती नालियों से नागरिकों को
परेशानियों का सामना करना पड़ा है। सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। नियमित रूप
से नालियों की सफाई नही होने से एवं कचरा नहीं उठने से इन इलाकों में चारों तरफ
गंदगी का अंबार दिखाई देता है। ऐसे में कचरे के ढेरों से आती बदबू लोगों के लिए
परेशानी पैदा कर रही है। वहीं कचरे के ढेर के आसपास आवारा जानवरों का जमघट लगा
होने से हादसों की संभावना भी बनी हुई है।
नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने इस मामले में कई बार समस्या के समाधान की मांग
की, लेकिन अभी तक
यहां सफाई व्यवस्था को लेकर हालात नहीं सुधरे हैं। ऐसे में आजकल मानसून भी ,सर पर है। दूसरा गंदगी के ढेर बीमारियां फैला
रही हैं।निगम के पास स्थित नागरिक बैंक के पीछे अस्थाई रूप से बने ढेर शहरवासियों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं।बीच
बीच में इसमें आग भी लगा होता जिसे जन हानि की संभावना बनी रहती है शिकायत करने पर
जवाबदार एक ही बात बोलते हैं हमारे पास सफाई गैंग नहीं है, डोर टू डोर गाड़ियां खराब है, जेसीबी खराब साथ ही अनेक समस्याएं का हवाला
दिया जाता है जिसे शहर में अनेक समस्या पैदा कर दी है साथ ही शासन द्वारा स्वीकृत
25 एवम 30 स्वच्छता कर्मियों से स्वच्छता कार्य को छोड़ ऑफिस कार्य में लागया गया
है ,शहर में हमेशा
जलभराव की गंदी स्थिति बनती है जिसे निगम के अधिकारी अभी तक तु निद्रा में सोए
हैं।पार्षदगणों राजेंद्र शर्मा धनीराम
सोनकर, बिशन निषाद ,दीपक गजेंद्र, श्यामलाल नेताम प्रकाश सिन्हा हेमंत बंजारे विजय मोटवानी अज्जू
देशलहरे, मिथिलेश
सिन्हा ,ईश्वर सोनकर , प्राची सोनी ,सरिता आसाई श्यामा साहू ,सुशीला तिवारी ,रश्मि
दिवेदी ,नीलू
डागा,रितेश नेताम, शामिल हैं।