कांग्रेसी मानसिकता का कौन सा भाजपाई नेता जिसके पास बुद्धि ही नहीं...

धमतरिहा के गोठ
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 संजय छाजेड़

धमतरी। देश के प्रथम गृहमंत्री लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के 150वीं जयंती एवं छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती राज्योत्सव कार्यक्रम जो आगामी 1 नवंबर को राजधानी रायपुर में आयोजित है जिसमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ आगमन की तैयारियों को लेकर रत्नाबांधा रोड स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें समूचे देश में आगामी 8 नवंबर को लौह पुरूष की जयंती को ऐतिहासिक रूप से मनाने आमदी से धमतरी तक पदयात्रा निकाली जायेगी और जगह जगह पदयात्रियों का स्वागत कराया जाये, यह तय किया गया। बैठक समाप्ति के पश्चात दीपावली पर्व को लेकर एक दूसरे को बधाई दी गई। इसी अवधि में टीका-टिप्पणी का दौर चल रहा था तभी भाजपा के दिग्गज नेता ने कहा कि कुछ लोग पीठ पीछे टिप्पणी करते हैं कि एक जगह बब्बर शेर है, दूसरी तरफ शेर है, इस तरह की टिप्पणी ठीक नहीं है। चर्चाओं के इसी बीच एक नेता ने कहा कि पार्टी में एक ऐसा नेता जो किसी भी पद पर वर्तमान या पूर्व में रहा है, इसके पास बुद्धि नाम की कोई चीज नहीं है। उनके इस टिप्पणी पर उपस्थित अधिकांश नेताओं ने एक तरह से मौन स्वीकृति प्रदान की।  

 लौह पुरूष के जयंती अवसर पर समूचे देश में पदयात्राओं का दौर चलाये जाने का निर्णय लिया गया है जिसके तहत जिले के भाजपा नेताओं की उपस्थिति में एक बैठक स्थानीय कार्यालय में आयोजित थी जिसमें पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, भी मौजूद रहे जिनकी उपस्थिति में यह तय किया गया कि देश, प्रदेश की तर्ज पर धमतरी जिले के भाजपा नेता, कार्यकर्ताओं के द्वारा एक विशाल रैली नगर पंचायत आमदी से धमतरी के लिये निकाली जाये। इस रूट पर जगह-जगह इस पदयात्रा का स्वागत नागरिकों द्वारा किया जाये। निर्णय पश्चात वहां दीपावली पर्व को लेकर एक-दूसरे को बधाई दी गई। फिर एक-दूसरे पर मजाकिया तौर पर टीका-टिप्पणी की गई। एक दिग्गज नेता ने कहा कि ऐसा नेता जो किसी पद पर भी चला जाये, उसको बुद्धि नहीं है। इस पर वहां हंसी-मजाक का दौर चल पड़ा। इसके बाद वहां उपस्थित तीन फिटिया नेता जो कांग्रेसी मानसिकता का है, उसकी चापलूसी के आगे उसे जो पद दिया गया है, उसे लेकर भी टीका-टिप्पणी की गई। बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने उक्त नेता पर की गई टिप्पणी को लेकर किसी प्रकार का विरोध नहीं किया और मौन रहे जिससे वहां उपस्थित लोगों की सहमति मानी गई। उक्त कांग्रेसी मानसिकता के भाजपा नेता ने कुछ माह पूर्व यह बात कहकर लोगों भाजपाईयों से नाराजगी मोल लेते हुए यह दावा किया था कि मैं एक पूर्व मंत्री को मंत्री नहीं बनने दूंगा। जिस भाजपा नेता के मंत्री नहीं बनने देने का दावा उक्त नेता कर रहा था, वह नेता जिला ही नहीं प्रदेश का सर्वमान्य भाजपा नेता माना जाता है। जिला कार्यकारिणी की बैठक पश्चात कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमारे जिले के लिये गौरव की बात है कि एक ऐसा नेता हमारे बीच मौजूद है जिसकी दहाड़ से विपक्ष के लोग घिग्घी बंध जाती है। ऐसे नेता के बारे में बिना सोचे समझे टिप्पणी करना सूरज को दिया दिखाने जैसा है।

 भाजपा अनुशासन पसंद पार्टी है जिसकी साख समूचे विश्व में अब फैल चुकी है। इस पार्टी का कार्य देखकर बड़े-बड़े दिग्गज भी इस पार्टी के कार्य से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने मूड में देखे जा रहे हैं। इसी क्रम में जब केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो यह चापलूस नेता अपनी चापलूसी के चलते वहां अपनी पहचान बना ली। इसके पश्चात वह अनेक केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की। कांग्रेसी मानसिकता के इस नेता ने भाजपा में आते ही एक-दूसरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर महिलाओं तक को अपमानित करने का प्रयास किया था जिसकी शिकायत महिलाओं ने पूर्व जिलाध्यक्ष से करते हुए कार्यवाही की मांग की थी। इस पर कांकेर जिले में विद्युत कार्य करने के बाद कार्यरत मजदूरों को उनकी पारिश्रमिक नहीं दिये जाने से खफा मजदूरों इसकी रिपोर्ट एसडीओपी को की थी। हालांकि यह मामला दब गया। इसी तरह पूर्व वर्षों में पार्षद का उपचुनाव संपन्न हुआ था जिसमें इसके द्वारा दंभ भरा गया था कि मेरे निवास वाले वार्ड में चुनाव हो रहा है, इसमें भाजपा प्रत्याशी पार्षद की जीत होगी। लेकिन उक्त नेता का यह दावा उस समय खोखला हो गया जब वहां भाजपा प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा। खबर तो यह भी है कि उक्त चापलूसी करने वाला नेता अपने केंद्रीय एवं प्रादेशिक स्तरीय नेताओं, मंत्रियों की फोटो दिखाकर शासकीय अधिकारियों पर अनावश्यक दबााव डालकर कार्य हासिल करना चाहता है जिसकी जिले में सर्वत्र चर्चा है जिसे भाजपा के कार्यकर्ता भलीभांति जानते हैं। इसीलिये भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में जब यह नेता मंच पर होता है तो उसे देखकर कार्यकर्ता वहां से विरोध स्वरूप खसक जाते हैं। यही नहीं बिना किसी स्वार्थ के जनसंघ से लेकर भाजपा तक नि:स्वार्थ रहकर पार्टी को मजबूत करने वाले वरिष्ठों को भी जब उक्त नेता द्वारा तू-तड़ाक से संबोधित किया जाता है तो उनके चेहरे में आक्रोश स्पष्ट रूप से नजर आता है। इनका कहना है कि कांग्रेसी मानसिकता का नेता जिसने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की चाटुकारिता कर पद पा लेना अलग चीज हेै लेकिन पार्टी की रीति-नीति को समझना उक्त नेता के बस की बात नहीं है।

 बताया जाता है कि उक्त कांग्रेसी मानसिकता के भाजपाई नेता ने जिसे लोग एलियन, मोगली, हेरी पॉटर जैसे शब्दों से भी इंगित करते हैं, उसके द्वारा हाउसिंग बोर्ड कालोनी के साफ सफाई का ठेका लिया गया है जिसके द्वारा वहां साफ सफाई कराने के नाम पर लाखों रूपये वर्षों से प्राप्त कर चुका है। लेकिन हाउसिंग बोर्ड के निवासियों ने साफ सफाई को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी कि हम साफ सफाई के अभाव में जल जनित जंतुओं, यहां तक सांप बिच्छु जैसे खतरनाक जीव से बचते हुए अपने आवास पर जाते हैं। पता तो यह भी चला है कि जितने मजदूरों को वहां सफाई के नाम पर लगाने का दावा किया जाता है, वहां उतने कर्मचारी हाउसिंग बोर्ड में रहने वालों की जुबानी मात्र कुछ कर्मी ही खानापूर्ति के लिये रखे गये है। इसी वजह से हाउसिंग बोर्ड कालोनी में गंदगी का साम्राज्य स्थापित हो गया है और हाउसिंग बोर्ड अधिकारी इस मामले को संज्ञान में इसलिये नहीं लेना चाह रहे हैं कि वह उन्हें वही फोटो दिखाकर जिसमें केंद्रीय एवं प्रादेशिक मंत्रियों के साथ उसका समावेश है, उसे दिखाकर उन्हें भयभीत किये हुए हैं। उक्त नेता की इस प्रकार की गतिविधियों को लेकर जिला भाजपा कार्यकर्ताओं में भी खासी नाराजगी देखी जा रही है। इनका कहना है कि ऐसे ही कांग्रेसी मानसिकता के नेताओं की उपस्थिति भाजपा के लिये आगामी समय में घातक साबित हो सकती है। इसलिये उस पर भाजपा के आला नेताओं को किसी भी स्थिति में कोई पद न दिये जाने की मांग की है। अन्यथा इसका खामियाजा आगामी चुनाव में देखने को मिल सकता है।

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