भूमाफिया बेलगाम, चहुंओर चल रहा अवैध प्लाटिंग का खुला खेल

धमतरिहा के गोठ
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 संजय छाजेड़ 

धमतरी। शहर में अवैध प्लाटिंग को लेकर संबंधित विभाग पूरी तरह आंख मूंदे हुए है। इसी का लाभ लेकर तथाकथित भूमाफियाओं द्वारा अंबेडकर चोैक में बिरयानी होटल के पीछे स्थित भट्ठी के पास अवैध प्लाटिंग धड़ल्ले से की जा रही है। इसी के आसपास और भी अवैध प्लाटिंग का कार्य किया जा रहा है। नियम विरूद्ध होने वाले इस विकास को लेकर बारंबार शासन, प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया जाता रहा है। लेकिन संबंधित अमले की वजह से ऐसे अवैध विकास धड़ल्ले से जारी है। कृषि योग्य भूमि को तीन वर्ष तक बिना अनुमति के उसके स्वरूप को नहीं बिगाड़ा जा सकता। लेकिन देखा जा रहा है कि शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों करेठा खार, मुड़पार, बरारी, तेलीनसत्ती, कलेक्टोरेट एवं कम्पोजिट भवन के पास, रूद्री रोड स्थित शराब दुकान के पीछे, पीजी कॉलेज, विवेकानंद कालोनी के आसपास, नई मंडी के पास सहित अनेक स्थानों पर अवैध प्लाटिंग का खेल बदस्तूर जारी है। भूमाफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे शासकीय जमीन पर कब्जा कर सडक़ बनाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि जिले के आला अधिकारियों का जहां से रोजाना आना जाना रहता है, उसके आसपास भी यह कृत्य भूमाफियाओं द्वारा किया जा रहा है।
जिले में अवैध प्लाटिंग को लेकर चहुंओर चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों का ऐसा मानना है कि संबंधित विभाग तथाकथित भूमाफियाओं से सांठगांठ कर उन्हें पूरी तरह से खुली छूट दे रखी है। लगातार मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद शासन एवं प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जो कि विचारणीय पहलू है। इस तरह के अवैध विकास से वर्षा के पानी की निकासी बाधित हो रही है। साथ ही साथ ऐसे अवैध प्लाटिंग में आशियाना लेने वाले लोग बुरी तरह फंस रहे हैं क्योंकि मकान लेने वालों को सर्वसुविधायुक्त कालोनी बताकर उनसे लाखों रूपये का लाभ ले लिया जाता हेै। लेकिन जब उक्त क्षेत्र में मकान लेने वाले व्यक्ति को नाली, पानी, बिजली, सडक़ की सुविधा नहीं मिलती तब वह संबंधित भूमाफियाओं के पास जाकर इसकी शिकायत करता है और उक्त राशि की वापसी की मांग करता है, तब उसे डरा धमकाकर चुप करा दिया जाता है। मन मसोस कर यह व्यक्ति अपनी गलती का एहसास करता है और आज बिना उपरोक्त मूलभूत सुविधाओं के कालोनी में रहने मजबूर है। इसकी शिकायत मिलने पर तत्कालीन कलेक्टर रजत बंसल द्वारा ऐसे लोगों पर एक जांच दल बनाकर संबंधित स्थलों पर दबिश दिलवाई गई थी जहां अवैध प्लाटिंग के कार्य में संलिप्त लोगों पर कार्यवाही हुई। साथ ही साथ अवैध प्लाटिंग के लिये बनाई गई सडक़ में डाली गई मुरूम को जप्त किया गया जिससे ऐसे भूमाफियाओं में हडक़ंप मची थी। लेकिन लंबे समय से अवैध प्लाटिंग को लेकर बनाये गये नियम कायदों की लगातार धज्जियां उड़ाते हुए ऐसे लोग अपने आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इस संबंध में शासन द्वारा भी सख्ती के साथ कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं बावजूद इसके यहां के अधिकारी अवैध विकास पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।
बताया जाता है कि वर्तमान में सोरिद होटल के आगे अंबेडकर चौक में एक व्यक्ति द्वारा भ_ी के पीछे जगह में अवैध प्लाटिँग किया जा रहा हेै। इसी क्षेत्र में शहर के नामचीन भूमाफिया भी अवैध प्लाटिंग के निर्माण के लिये सक्रिय बताये जा रहे हैं। खबर तो यह भी है कि रूद्री रोड में स्थित एक पेट्रेाल पंप के समीप लंबे चौड़े भूभाग पर अवैध प्लाटिंग की गई है। इसकी लाखों रूपये में खरीदी बिक्री भी हो चुकी है। अवैध विकास होने से वर्तमान समय में हो रही बारिश के पानी की निकासी नहीं होने से यह पानी सडक़ों में फैल जाता है जिसकी वजह से आवागमन करने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। राजस्व, निगम, नजूल विभाग द्वारा पूर्व में एक संयुक्त अभियान छेड़ा गया था और ऐसे लोगों पर सख्ती के साथ कार्यवाही की गई थी। कलेक्टर, एसपी बंगला के सामने अवैध निर्माण को जेसीबी से ढहाया भी गया था। लेकिन ऐसी कार्यवाही तत्कालीन कलेक्टर के जाने के बाद थम सी गई है और अवैध विकास को लेकर अब तक ऐसी कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की गई है जबकि अन्य जिलों में न सिर्फ अवैध विकास को सख्ती के साथ तोड़ा जा रहा है अपितु ऐसा निर्माण करने वालों पर सीधे सीधे एफआईआर भी कराई जा रही है। जागरूक लोगों ने भ_ी के पीछे और इसके आसपास होने वाले अवेैध विकास को तत्काल रोके जाने की मांग शासन, प्रशासन से की है। ज्ञातव्य रहे कि अवैध प्लाटिंग को लेकर शासन एवं रेरा के अधिकारियों ने पटवारियों को सख्त निर्देश दिया था कि वह व्यक्ति जो बिना अनुमति के अवैध विकास करता है, उसकी जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दें ताकि वे उचित कदम उठा सके। लेकिन इस संबंध में संबंधित क्षेत्र के पटवारियों द्वारा अभी तक उक्त निर्देश का पालन नहीं किया गया है जिसके चलते भी यह कार्य बदस्तूर जारी है।

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