संजय छाजेड़
धमतरी।
शहर के ईतवारी बाजार स्थित शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर में आज ‘दाई बाबा दिवस’ का गरिमामय आयोजन किया गया। यह आयोजन समाज के उस अनुभवी वर्ग को समर्पित था, जो जीवन के हर मोड़ पर हमें दिशा दिखाने की क्षमता रखते हैं – हमारे बुजुर्ग।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम महापौर रामू रोहरा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि,
“बुजुर्ग एक पूरी पीढ़ी का जीवंत अनुभव हैं। उनका स्नेह, आशीर्वाद और मार्गदर्शन हमारे जीवन की अमूल्य धरोहर है।”
उन्होंने कहा कि आज की व्यस्त और तकनीक प्रधान दुनिया में हम उस पीढ़ी से कटते जा रहे हैं, जिसने हमें मूल्यों, परंपराओं और अनुशासन की सीख दी।
“मोबाइल और सोशल मीडिया ने आज की पीढ़ी को भले ही दुनिया से जोड़ा हो, लेकिन बुजुर्गों से दूर कर दिया है। हमें यह समझना होगा कि जिस पीढ़ी ने हमारे लिए रास्ते बनाए, अब समय आ गया है कि हम उनके लिए सहारा बनें।”
महापौर रोहरा ने केंद्र सरकार की वय वंदन योजना और छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा बुजुर्गों के सम्मान में आयोजित इस ‘दाई बाबा दिवस’ को एक समाजिक नवचेतना का उत्सव बताया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि दो पीढ़ियों को जोड़ने की एक सेतु है – एक संवाद, एक संबंध, एक समझ।
कार्यक्रम में बुजुर्गों के स्वास्थ्य परीक्षण, परामर्श और सम्मान का विशेष आयोजन किया गया। नगर निगम पार्षद सतीश पवार और नम्रता माला पवार ने भी इस अवसर पर अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई और इस पहल को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
‘दाई बाबा दिवस’ ने यह सिद्ध कर दिया कि जब समाज अपने बुजुर्गों का हाथ थामता है, तो विकास सिर्फ आंकड़ों में नहीं, बल्कि भावनाओं में भी नजर आता है।