केंद्र सरकार द्वारा शनिवार को 2025-26 का बजट पेश किया गया जिस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजा देवांगन ने कहा कि मोदी सरकार का यह बहुत निराशाजनक बजट है। इसे दिल्ली के मतदाताओं को लुभाने के लिए बनाया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह कहते हुए बड़ी छूट दी है कि 12 लाख रुपये पर कोई टैक्स नहीं है। फिर वह कहती हैं कि 8-12 लाख रुपये के लिए 10% का स्लैब है जो कि बहुत भ्रामक है। वह मतदाताओं से वादा करने की कोशिश करती हैं कि 12 लाख रुपये तक कर में छूट है, लेकिन यह सरल और सीधा नहीं है बल्कि उन्हें टीडीएस और इन सभी चीजों में दावा करना होगा। एक बार फिर मध्यम वर्ग के लिए निराशा वाला बजट है।
ऐसा लगता है कि वित्त मंत्री ने एक बार फिर मध्यम वर्ग को धोखा दिया है।
श्री राजा देवांगन ने आगे कहा कि बजट का बुनियादी ढांचा देश के बाकी हिस्सों के लिए नहीं है, यह केवल बिहार की ओर जा रहा है , मखाना बोर्ड की स्थापना, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट,पश्चिमी कोसी कैनाल परियोजना के लिए आर्थिक मदद मिलने से यहां के किसानों को फायदा होगा. इस बजट में पटना आईआईटी के विस्तार का प्रावधान व राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान की स्थापना जैसी घोषणाएं की गई हैं क्योंकि इस साल बिहार में चुनाव हैं। छत्तीसगढ़ या किसी अन्य दक्षिणी राज्य के लिए एक भी शब्द नहीं है जो कि भाजपा सरकार द्वारा जारी इस बजट को राजनैतिक लाभ हेतु बनाए जाने की पुष्टि करते हैं।