संजय छाजेड़
शा.उ.मा.वि. कंडेल के सत्र 2000 से 2012 तक के पूर्व विद्यार्थियों द्वारा लंबे समय अंतराल के बाद करीब बीस, बाईस वर्षों पश्चात 12 जनवरी 2025 को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के शुभ अवसर राष्ट्रीय युवा दिवस पर भूतपूर्व सभी शिक्षकों को आमंत्रित कर उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रवेश द्वार से सभी शिक्षकों का पुष्पवर्षा एवं स्वागत गीत के साथ किया गया,तत्पश्चात समस्त अतिथि शिक्षकों द्वारा माँ सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित किया गया। समस्त शिक्षकों को पुष्पमाल एवं तिलक लगाकर स्वागत किया गया एवं श्रीफल,पेन, डायरी, व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया साथ ही समस्त गुरुजनों का अनुभव व आशीर्वचन के रूप में उदबोधन हुआ।
लंबे समय अंतराल बाद इतनी संख्या में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति स्मरणीय व उत्साहित करने वाली रही।छात्र छात्राएं अपने गुरुजन और सहपाठियों से मिलकर भावुक हो रहे थे, और सबकी उत्साह खुशी देखते ही बन रही थी। गुरु-शिष्य की यह परंपरा "ऐतिहासिक व स्मरणीय" रही। जो " महाकुम्भ " प्रतीत हो रहा था। साथ ही सभी के लिये स्वल्पाहार एवं भोजन की व्यवस्था रखी गई थी, जिसमें पारिवारिक समारोह का दृश्य देखते बन रहा था।सभी शिक्षकों ने अपना आशीर्वचन के साथ साथ अपने अनुभव साझा किये।
इस महान दिवस पर यह शिक्षक सम्मिलित रहे,वरिष्ठ शिक्षक एस.आर.साहू,प्राचार्य जे.आर.साहू,के.आर.सार्वा, एस.के.सूर्यवंशी, वरिष्ठ शिक्षक कमलवंशी सर, शांतिलाल साहू,एस.डी. साहू, कुंदन नेताम, पंचराम बंजारे, एस.के.यादव,नरेश निषाद, होमेश्वरी साहू, कुसुम साहू ,अनिता चंद्राकर, नंदिनी चंद्राकर, ज्योति साहू, शशिप्रभा चंद्राकर, नीतुरानी गुप्ता, वंदना तिग्गा,टी.पी.पांडेय, जे.के.साहू,टी.डी. साहू,बलेन्द्र साहू, डी.एन.साहू,पी.एन. साहू,ओ.पी.चंदे, एम.एल.साहू,एस.के.साहू, आर.के. साहू,जे. के.सार्वा,आर.के.चंद्रा।
मंच का संचालन डोलेश्वरी साहू व भीमराम साहू ने किया।कार्यक्रम का प्रतिवेदन बलजीत साहू एवं आभार नेमीन साहू ने किया।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में नागेंद्र साहू,टिकेश्वर साहू,रवि साहू,थमेश्वर साहू,तामेश्वर सिन्हा, कमल साहू,मनीषा खापर्डे, डोमार साहू,रश्मि, हेमलता,सफ़रा सहित सभी भूतपूर्व विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।