अपराध एवं अपराधियों पर लगाम कसने जिला पुलिस बल हो रहा फिसड्डी साबित

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड़ 

धमतरी 18 दिसंबर। जिले में बढ़ते अपराध को लेकर आम नागरिक बेहद खौफज़दा हैं। चाहे शहर हो, या बाहरी ईलाका या फिर ग्रामीण क्षेत्र, यहां जुआ, सट्टा, शराब, नशीली टेबलेट सहित सूखा नशा का उपयोग करने वाले युवाओं की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है और युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। सूखे नशे के खेप जिले में कहां से आ रहा है, यह भी एक विचारणीय पहलू है जिसे रोक पाने में महकमा नाकाम साबित हो रहा है और यही कारण विभाग के प्रति नाराजगी बढ़ते जा रही है। नागरिकों का कहना है कि पुलिस महकमा अपराध एवं अपराधियों पर लगाम लगाने फिसड्डी साबित हो रहा है जबकि जिले की कमान एक युवा आईपीएस के कंधों पर हेै बावजूद इसके अद्र्धरात्रि तक बिगड़ैल युवक ईधर-उधर हुल्लड़ मचाते देखे जा रहे हैं। जिलेवासियों को उम्मीद थी कि एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, युवा पुलिस अधीक्षक द्वारा ऐसे लोगों पर लगाम कसने संबंधित थाना क्षेत्रों के प्रभारियों को निर्देश दिया जायेगा। लेकिन देखा जा रहा है कि कप्तान का यह निर्देश जमीनी स्तर पर बेअसर नजर आ रहा है और अपराध एवं अपराधियों से जुड़े लोग बेखौफ होकर मटरगश्ती करते पुलिस महकमे को चैलेंज कर रहे हैं।

जिले की ही बात करें तो ऐसे अनेक अपराध घटित हुए हैं। जगह-जगह चाकूबाजी, जैसी घटनाओं से शहरवासी बेहद भयभीत हैं। बात-बात में चाकू निकालकर दहशत फैलाना आम हो गया है। आम नागरिकों के सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस विभाग को है। लेकिन पुलिस विभाग में पदस्थ कर्मियों द्वारा ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों को पकडक़र यह भी नहीं पूछा जाता कि कैसे घूम रहे हो, कहां जा रहे हो, यहां तक एक मोटर सायकल में नशे में टुन्न चार-चार लोग घूमते हुए आसानी से देखे जाते हैं। बदहाल यातायात व्यवस्था को लेकर विभाग के कर्मी भी भीड़भाड़ वाले ईलाके को देखकर उसे क्लियर करने की जरूरत महसूस नहीं करते। ऐसे अपराधों के लिये युवाओं द्वारा सूखा नशा का इस्तेमाल किया जाना प्रमुख कारण माना जा रहा है। ऐसी अनेक नशीली वस्तुएं शहर में धड़ल्ले से बिक रही हैं। गांजा जैसे अनेक नशीले पदार्थों की भी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। हालांकि पुलिस विभाग द्वारा यदाकदा ऐसे मामले बनाये गये हैं। लेकिन जिले के भीतरी ईलाकों में ऐसे जरायमपेश युवकों का इक_ा होना अपराध की जन्मस्थली माना जा रहा है। उल्लेखनीय रहे कि कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री एवं कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने मीडिया से चर्चा में कहा था कि कुछ दिन इंतजार करो, कप्तान एक नये रूप में आपको नजर आयेंगे। जिले की जनता युवा कप्तान के उस नये रूप देखने बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन विधायक के इस बात को महीनों बीत गये, विधायक का यह कथन सिर्फ कथन बनकर रह गया है। प्रेस वार्ता के दौरान पूछे गये सवाल के दौरान श्री चंद्राकर ने माना कि जिले में सूखा नशा का कारोबार काफी बढ़ा है और इसके रोकथाम के लिये एक स्क्वाड का गठन भी किया जा रहा है। 

पुलिस विभाग में कुछ लोग वर्षों से पदस्थ हैं जिनका शहर के नामी-गिरामी व्यक्तियों से काफी याराना संबंध हैं और वे ड्यूटी छोड़ ऐसे लोगों के ईर्दगिर्द जाकर पेट्रोलिंग क्षेत्रों में नहीं जाते। कुल मिलाकर जिले में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। सिटी कोतवाली से महज 200 मीटर के दायरे पर आने वाले डाकघर में भी सेंधमारी की गई जिससे आम नागरिकों में असुरक्षा की भावना बढ़ते जा रही है। यही नहीं विभाग द्वारा लगभग हर छोटी बड़ी कार्यवाही को मीडिया में प्रकाशित करने विज्ञप्ति जारी किया जाता है। लेकिन वर्तमान में देखा जा रहा है कि कई बड़े अपराध में संलिप्त लोगों पर की गई कार्यवाही या तो विभाग द्वारा जारी नहीं की जाती या मीडिया को नहीं दी जाती। यदि जारी की भी जाती है तो उनका फोटो नहीं दिया जाता जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण कुछ दिनों पहले एक गांव में आत्महत्या के लिये उत्प्रेरित करने वालों की घटना से दिया जा सकता है। 

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