संजय छाजेड
धमतरी। कलेक्टर नम्रता गांधी के निर्देशानुसार जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा
में जिले में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत जहां जल को संरक्षित
करने के लिए लोगों को विभिन्न नुक्कड़ नाटक, प्रहसन, रैली, दीवार लेखन इत्यादि के माध्यम से जागरूक
किया जा रहा है,
वहीं फसल चक्र परिवर्तन पर भी कार्यशालाएं आयोजित की जा रही है।
इसके साथ ही जिले के स्कूल, कॉलेजों में भी विद्यार्थियों द्वारा
पेंटिंग, वाद-विवाद, नाटक, नृत्य इत्यादि
कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जल संरक्षण संबंधी जनजागरूकता के लिए जल
जगार उत्सव के तहत जिले के चारों विकासखण्ड मुख्यालय में जलशक्ति केन्द्र स्थापित
किया गया है,
जहां विषय विशेषज्ञों के द्वारा जल संरक्षण के तकनीकी की
जानकारी बीते 15 अगस्त से लगातार दी जा रही है।
इसी कड़ी में जल जगार से संबंधित मॉक ग्रामसभा का आयोजन जिले के सभी हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में किया गया। इसके अलावा प्रत्येक विकासखण्ड के विद्यालयों को जोन में बांटकर जोन स्तरीय मॉक ग्राम सभा का आयोजन किया गया, जहां से चयनित विद्यार्थियों का विकासखण्ड स्तरीय मॉक ग्रामसभा का आयोजन आगामी सप्ताह में किया जाएगा। गौरतलब है कि जिले में स्थापित जल शक्ति केन्द्रों का विभिन्न स्कूलों के 2 हजार 840 विद्यार्थियों ने अवलोकन किया। इनमें नगरी एवं धमतरी विकासखण्ड के 740-740 छात्र-छात्राएं और कुरूद विकासखण्ड के 730 तथा मगरलोड विकासखण्ड के 630 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इस दौरान विद्यार्थियों को जल संरक्षण, पानी का सदुपयोग और फसल चक्र परिवर्तन की बारिकी से दी गई।