बठेनापारा धमतरी के सुने मकान से लगभग 90 हजार की चोरी, आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने किया 24 घंटे में गिरफ्तार

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड।

धमतरी। 19 मई 2024 को प्रार्थी प्रवीण चंद इसार पिता सुरेश चंद इसार उम्र 34 वर्ष बठेना पारा धमतरी अपने परिवार सहित घर में ताला लगाकर नगरी चले गये थे कि 22 मई 24 को सुबह 6  बजे प्रार्थी का पड़ोसी मनोज उराव फोन करके बताया कि आपके घर का ताला टूटा हुआ है तब प्रार्थी अपने परिवार के साथ वापस घर आया तो देखा कि प्रार्थी के घर आया तो देखा कि प्रार्थी के घर का मेन दरवाजा का ताला टुटा हुआ था घर अंदर का सामान बिखरा पड़ा था आलमारी का ताला टूटा हुआ था घर आलमारी में रखे सामान  एक जोडी सोने का टॉपस,  एक नग सोने की अंगुठी,  सोने का चैन एक नग, चाँदी का पायल दो जोडी, चाँदी का पायजेब एक जोड़ी,  चाँदी का कर्धन दो नग जुमला कीमती 90,000 रुपये करीबन को कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले जाने की प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अपराध क्र 206/24 धारा 457, 380 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

      विवेचना के दौरान प्रार्थी एवं गवाहों का कथन लिया गया। घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया तथा मौके पर टूटा हुआ ताला जप्त किया गया एवं आस पास के सीसीटीवी एवं लोगों से पूछताछ कर, मुखबिर सूचना एवं तकनिकी साक्ष्य के आधार पर संदेहियों तक पहुंचने पर संदेहियों सुरेश तिवारी, दीपक उर्फ  बबलू साहू को हिरासत में लेकर कडाई से पुछताछ किया गया एवं जिस पर चोरी करना स्वीकार किये एवं मेमोरण्डम कथन में बताया की दोनों ने मिलकर चोरी करने की नियत से बठेना पारा धमतरी में सुने मकान के गेट के ताला को रॉड से तोडक़र मकान अंदर घुसकर कमरे में रखे आलमारी में रखे सोने चाँदी के जेवरात को चोरी कर नहर पार में झाड़ी के पास पत्थर के नीचे छुपाकर रखना बताने पर आरोपीगण के मेमो0 कथन के आधार पर चोरी किये सोने चाँदी के जेवरातों को एवं ताला तोडने में प्रयुक्त लोहे के रॉड को जब्त किया गया।

प्रकरण में एक से अधिक आरोपी होने से धारा 34 भादवि जोड़ी गयी। आरोपीगण के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से  आरोपीगण को विधिवत   गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। उक्त संपूर्ण कार्यवाही उनि लक्ष्मी कांत शुक्ला, प्रआर दीपक साहू, दिपेश देहारी आर सुरेंद्र डडसेना, मनोज उराव, मुकेश सिन्हा,  प्रहलाद उईके, उत्तम ध्रुव, ईश कुमार टंडन का विशेष योगदान रहा।

 

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