संजय
छाजेड।
धमतरी। पंचतत्व-आकाश, वायू, अग्नि, पृथ्वी और जल जीवन के आधार माने गए हैं। इनमें से अगर जल ही नहीं रहेगा तो जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जल का महत्व इस बात का भी परिचायक है कि दुनिया की बड़ी-बड़ी सभ्यताएँ और प्राचीन नगर नदियों के किनारे ही बसे और फले-फूले। लेकिन, आज विकास की अंधी दौड़ और विलासिता भरी जिंदगी में प्राकृतिक संसाधनों का तो जैसे कोई मोल ही नहीं रहा। यही वजह है कि जल-जंगल-जमीन सहित पशु-पक्षी-पहाड़-नदियाँ-समुद्र-हवा खतरे में हैं। आज अधिकांश प्राकृतिक संसाधन समाप्ति की कगार पर हैं, जिनमें से जल भी एक है।
पानी की जटिल समस्या को समझते हुए कलेक्टर सुश्री
नम्रता गांधी ने जिले में नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान के तहत् जल जगार उत्सव की
शुरूआत की हैं। इस अभियान के अंतर्गत जिले के चारों विकासखंडों के 5-5 गांवों में जल
जगार उत्सव का आयोजन किया जा रहा है और आगामी दिनों में इस अभियान को सभी गांवों में
आयोजित कर ग्रामीणों को जल संवर्धन एवं संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। इस
दौरान गांवों में वर्षा के जल को संचय करने के लिए रैन वाटर हार्वेस्टिंग, रूफटॉप स्ट्रक्चर,
वाटर और बोर रिचार्ज स्ट्रक्चर स्थापित किये जायेंगे। कलेक्टर सुश्री गांधी ने सभी
अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सरकारी भवनों, परिसरों सहित उद्योगों, निजी
अस्पताल, स्कूलों, रेस्टोरेंट, होटल सहित अन्य स्थानों पर रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
बनाये।
इसके अलावा कलेक्टर ने सामाजिक एवं स्वयंसेवी
संगठनों सहित अन्य संगठनों से सहभागिता निभाने का आग्रह किया है, जिससे इस पुनीत कार्य
में सहयोग मिल रहा है। नतीजन भारतीय जैन संघटना द्वारा कुरूद ब्लॉक के ग्राम मड़ेली
तथा जी जामगांव में तालाबों को पुनर्जीवित कर जल संरक्षण का कार्य किया जा रहा है।
साथ ही तालाबों से निकली मिट्टी को खेतों की उर्वरक क्षमता बढ़ाने के लिए खेतों में
डाला जा रहा है। इससे किसानों सहित आमजनों को सीधा-सीधा लाभ पहुंचेगा। बताया गया है
कि भारतीय जैन संघटना शाखा धमतरी द्वारा जल निकायों का पुनरूद्धार के तहत ग्राम पंचायत
जी जामगांव के उल्लाही खार तालाब में 14 मई से 28 मई तक कार्य किया गया। इसमें 2 जेसीबी
लगाया गया, जिसमें 1948 ट्रेक्टर मिट्टी निकाला गया।