संजय
छाजेड़।
धमतरी। बजट बैठक आयोजित ना होने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए नगर निगम के विपक्ष के पार्षद गणों ने इस कृत्य की निंदा करते हुए प्रस्ताव पास किया है जिस पर निगम के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने कहा है कि महापौर को उनके ही दल के पार्षदों का समर्थन प्राप्त नहीं है इसलिए उनके द्वारा बुलाया गये एक बैठक में दर्जन पर पार्षदएवो भी बेमन से उपस्थित थे। बाकी बैठक का बहिष्कार कर देते हैं और यही कारण है कि बहुमत न जुटा पाने के डर से बैठक आज तक आयोजित नहीं कियाए क्योंकि पिछले बजट बैठक में उनके पास बहुमत नहीं था और बजट बैठक छोडक़र भाग गए थे। वही आमापारा वार्ड के पार्षद तथा युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष विजय मोटवानी ने कहा है कि महापौर विजय देवांगन के पिछले 4 वर्ष का कार्यकाल पूरी निष्क्रियता के भेंट चढ़ गया जिसके परिणाम स्वरुप 8 करोड़ के विकास कार्य वापस हो गए जिसका खींज निकालने के लिए विपक्ष पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं जबकि वास्तविकता यह है कि छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त विभाग का पत्र 20 दिसंबर को पूरे छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय विभागों को प्रेषित किया गया था जिसके बाद भी यह जिम्मेदार लोग विकास के कार्य को प्रारंभ नहीं कर सके जिसका परिणाम यह रहा कि उसे शासन को वापस भेजना पड़ा वहीं दूसरी और बजट बैठक आयोजित करने के लिए यह लोकसभा आचार संहिता की प्रतीक्षा कर रहे थे इसलिए सभापति को ढाल बनाकर निगम के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को तथा पूरे शहर को धोखे में रख रहे थे वही सभापति इनका सुरक्षा कवच बनते हुए महापौर तथा आयुक्त को पार्षदों के आक्रोश से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं।
निंदा
प्रस्ताव पारित करने वाले पार्षद गणों मे पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा, धनीराम सोनकर,
विजय मोटवानी, बिशन निषाद ,दीपक गजेंद,्र श्यामलाल नेताम,प्रकाश सिन्हा, हेमंत बंजार,े
अज्जू देशलहरे ,मिथिलेश सिन्हा ,ईश्वर सोनकर ,प्राची सोनी सरिता आसाई, श्यामा
साहू ,सुशीला तिवारी, रश्मि दिवेदी, नीलू डागा,
रितेश नेताम, शामिल रहे।