संजय
छाजेड़।
धमतरी। ग्राम पोटियाडीह धमतरी में निवासरत दो सगी बहनों का अलग- अलग स्थानों पर, अच्छा वर और परिवार देखकर उनकी मां कीर्तन बाई और करीबियों ने रिश्ता करवा दिया था। पति के न होने की स्थिति में कीर्तन बाई ने दूसरों के यहां मेहनत मजदूरी करके बेटियों को यथासंभव पढ़ा लिखा लिया था। बेटियों के विवाह के लिए उनके समक्ष आर्थिक संकट बहुत बड़ा था। बेटी को उपहार ग्रुप के संबंध में उन्हें जानकारी मिली और उन्होंने संपर्क कर सहयोग के लिए निवेदन किया।
इस विषय पर सहमति बनने पर ग्रुप के सदस्यों ने अपने एवं परिचितों के माध्यम से अनाज, मसाले ,शादी के पोशाक एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं एकत्रित कर कीर्तन बाई को सौंपा और एक नियत स्थान पर जाकर दोनों बेटियों को कुमकुम तिलक का नेग करके उपहार देकर आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं । बेटी को उपहार ग्रुप की वरिष्ठ सदस्य सूर्या लुंकड़, सरला पारख़,रीता लुंकड़,ममता गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि बेटी के परिजनों के संपर्क करने के बाद बेटी के घर परिवार और परिस्थितियों की सही जानकारी लेकर उसे ग्रुप के सदस्यों के बीच रखा जाता है। फिर सहमति बनने पर अनाज, मसाले, तेल और बेटी के लिए आवश्यक उपहारों की व्यवस्था ग्रुप के सदस्य स्वयं तथा अपने रिश्तेदारों, मित्रों एवं परिचितों के सहयोग से करते हैं।
ग्रुप की संयोजिका डॉ सरिता दोशी ने बताया कि बेटी को उपहार ग्रुप
2016 से कार्यरत है। और उनके माध्यम से अभी तक 16 बेटियों को विवाह के लिए जरूरी उपहार
दिए गए हैं । बेटी का रिश्ता अगर ठीक.ठाक जगह हो गया है और कठिन परिस्थितियों में परिवार का गुजर बसर हो
रहा है ऐसे में उन्हें राशन की मदद करके, बेटियों
को विवाह के लिए जरूरी उपहार देकर हंसी खुशी के साथ विदा करना ही
उनके ग्रुप का उद्देश्य है। सहयोग के लिए वे सोशल मीडिया का उपयोग विषयवस्तु की जानकारी देकर करते हैं लेकिन कोशिश यह भी रहती है कि बेटी अथवा
माता पिता एवं परिवार के सदस्यों का आत्मसम्मान आहत न हो। माता अथवा पिता के
न होने पर आर्थिक रूप से कमजोर, एकल पालक को
बेटी के विवाह में बहुत कठिनाई होती है । ऐसी विषम परिस्थितियों के प्रति भी ग्रुप
के सदस्य संवेदनशील होकर कार्य करते हैं।
बेटी को उपहार ग्रुप में
वर्षा खंडेलवाल,पायल खंडेलवाल,वंदना मिराणी, सुधा अग्रवाल, प्रिया पंजवानी, नेहा गोयल,ज्योति
लुनिया, ज्योति पारख, वंदना शर्मा,रंजना ठाकुर, सोनिया मलिक,आरती सोनी, ज्योति गोयल, रेणु भूतड़ा,नीतू दुग्गड़, शीलम बरडिया, अनिता बरडिया,
कविता राठी, दीपा लोढा,सुलेखा जोशी, सुभाष मलिक गौरव लोहाना एवं मोती लूनिया अपनी सेवाएं
और सहयोग प्रदान कर रहे हैं।