श्री योग वेदांत सेवा समिति ने संत आशाराम बापू की रिहाई की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड़।

धमतरी।  श्री योग वेदांत सेवा समिति ने भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री जयपुर राजस्थान, भूपेन्द्र पटेल मुख्यमंत्री गुजरात, कलेक्टर, विधायक सांसद, जिलाधीकारी के नाम ज्ञापन सौपते हुए मांग किया है कि 86 वर्षीय वयोवृद्ध संत आशाराम बापू के गंभीर स्वास्थ के चलते उन्हें अनुकूल और उत्तम उपचार त्वरित उपलब्ध कराने एवं उनकी शीघ्र रिहाई की मांग की है।

      श्री योग वेदांत सेवा समिति ने ज्ञापन में बताया है कि हमारी भारतीय संस्कृति की महानता पूरे विश्व के मनिषियो ने स्वीकार किया है और इस संस्कृति के आधारस्तंभ तथा धर्म के परिवाहक है ब्रह्मज्ञानी संत-महापुरूष 86 वर्षीय निर्दोष संत आशाराम बापू लगभग 11 वर्षो से एक झूठ और बनावटी केस में राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में है। 13 जनवरी 2014 की शाम को बापूजी को सीने में भयंकर पीडा के कारण जोधपुर एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स में हुई एंजियोग्राफी रिपोर्ट के अनुसार उनके ह्दय में तीन ब्लॉकेज है। बापूजी को लगातार रक्तस्त्राव हो रहा था जसकी वजह से उनके हिमोग्लोबिन  का स्तर लगातार गिरता जा रहा था, जांच हेतु पहले सोनोगा्रफी, एण्डोस्कोपी हुई जिसमें रक्तस्त्राव का कारण पता नही लग पाया उसके बाद कैप्सुलर एण्डोस्कोपी  की गइ्र जिसकी रिपोर्ट के अनुसार छोटी आंत में अल्सर है जो तीव्र रक्तस्त्राव  का कारण है  लगातार रक्तस्त्राव के कारण 13 जनवरी से 26 जनवरी के बीच 7 बोतल खून चढ चुका है लेकिन फिर भी हिमोग्लोबिन  का स्तर अभी तक सामान्य नही हुआ है। शरीर का वजन भी बहुत तेजी से घट रहा है।

      6 फरवरी 2024 तक बापूजी जोधपुर एम्स के सीसीयू में थे बापूजी की गंभीर शारीरिक स्थिति को देखते हुए  हाल ही में पैरोल की अर्जी लगाई गई थी जिसे उनके रोग की भयानकता को अनदेखा करके रद्द कर दिया गया वे अभी बीमारियो के चक्रव्यूह में है जिससे बाहर लाने के लिए उन्हें तनावमुक्त खुला वातावरण मिलना अत्यंत आवश्यक है। एम्स की दिनांक 2 फरवरी 2024 की रिपोर्ट के अनुसार बाबपूजी की स्थिति बहुत गंभीर है। उन्हें तुरंत और अधिक चिकित्सा की जरूरत है। उनकी कुछ जांच व चिकित्सा के लिए एम्स जोधपुर में भी सुविधा उपलब्ध नही हेै।

      वर्ष 2021 में भी कोरोना पॉजीटिव आने पर बापूजी को रिमिडिेशवीर इंजेक्शन लगाए गए थे बापूजी के दिनो तक आईसीयू में स्वास्थ्य हेतु संघष्र करते रहे ोि तब उनका हिमोग्लोबिन मात्र 3.7 रह गया था तब भी उन्हें कोर्ट से कोई राहत नही मिली थी उससे पूर्व भी अनेको बार उनकी बेल और जमानत की सारी अर्जिया ंकोर्ट ने खारिज की है और 11 वर्षो में एक भी बार उन्हे कोई बेल या पैरोल नही मिली है। बापूजी पहले से ही ट्राईजेमिनल न्यूराल्जिया से पीडित है जेल में जाने के बाद

उन्हे ंडायबिटिज ,हायपोथायराइड, हाई ब्लड प्रेशर, अन्स्टेबल एनजाईना, प्रोटेस्टेट, हायपरटेनसेसिव आदि कई गंभीर बीमारियां हो गई है ।

      संत आशाराम बापूजी ने सदैव भारतीय सनातन संस्कृति के लिए अनेक सेवांए की है। देशवासियो के सामाजिक व आध्यात्मिक उत्थान में उनके अनमोल योगदान से आपश्री अनभिज्ञ नही है 11 से भी अधिक वर्षो से जेल में रहने के बावजूद बापूजी की प्रेरणा से चल रही श्री योग वेदांत सेवा समितियां, महिला उत्थान मंडल, युवा सेवा संघ, बाल संस्कार केन्द्र जैसे संगठन, मातृ पितृ , तुलसी पूजन,  दिव्या शिशु गर्भ संस्कार, गरीब व आदिवासी विस्तार में भंडारे, व्यसन मुक्ति अभियान, कन्या भ्रुण हत्रूा रोको अभियान जैसे विभिन्न सामाजिक सेवाओं में निरंतर कार्यरत है। बापूजी ने लाखो हिन्दूओं को धर्मांतरित  होने से बचा है भटके हुओ की घर वापसी करवायी है।

      ऐसे में हम सभी की सरकार तथ्ज्ञा न्याय व्यवस्था से केवल एक ही मांग की है उन्हे शीघ्र अतिशीघ्र न्याय मिले, वर्तमान में स्वास्थ की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत जमानत या पैरोल दी जाये साथ ही उनके मौलिक अधिकारो को ध्यान में रखते हुए उन्हें उनकी अनुकूलता के अनुसार त्वरित उत्तम उपचार उपलब्ध कराया जाये।

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