भारतीय जैन संघटना की सदस्यों ने सार्थक स्कूल में गांधी और शास्त्री जयंती मनाई

धमतरिहा के गोठ
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संजय जैन 

धमतरीधमतरी की समाज सेवी संस्था भारतीय जैन संघटना महिला शाखा के सदस्यों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं सादगी के प्रतीक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन पर मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र सार्थक स्कूल में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। मुख्य अतिथि वंदना चौरड़िया (अध्यक्ष - भारतीय जैन संघटना) एवं विशिष्ट अतिथि- शिमला पारख़ (सचिव- भारतीय जैन संघटना) और  सदस्यों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर गांधीजी एवं शास्त्रीजी के फ़ोटो पर माल्यार्पण किया।

       गांधीजी के नमक कर के खिलाफ़ सत्याग्रह पर सार्थक के विशेष बच्चों ने छोटी सी नाटिका का मंचन किया। जिसमे गांधीजी - मनोहर, कस्तूरबा गांधी- सीमा, ब्रिटिश सरकार- विनित,  करण खालसा, और भारतीय  किसान परिवार की वेशभूषा में एकलव्य, भारती, वत्सला, कुलदीप, इशू ने नमक सत्याग्रह का जीवन्त  दृश्य अतिथियों के सामने प्रस्तुत किया और न बोल पाने और कठिनाई से बोल पाने  देवश्री, श्वेता, मनीष, मनीषा, प्रीती ने गांधीजी के सुविचारों को  तख्ती पर लिखकर दिखाया और  "जय जवान जय किसान " एवं  "वंदे मातरम्" के नारे लगाए।

              सार्थक अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी ने बताया कि, सार्थक के सभी बच्चे मानसिक रूप से  दिव्यांग है। जो उन्हें पढ़ाया और सिखाया जाता है वे लंबे समय तक याद नहीं रख पाते और लगभग सभी बच्चो को स्पीच प्रॉब्लम है इस कारणवश उनकी स्पीच क्लियर नहीं हैं। प्रशिक्षकों के निरंतर प्रयास और मेहनत से आज बच्चो ने प्रशिक्षकों के निर्देशन में "दांडी यात्रा" नाटिका का मंचन किया है। भारतीय जैन संघटना की अध्यक्ष वंदना चौरड़िया ने विशेष बच्चों की प्रतिभा की खूब तारीफ की और कहा, सचमुच ये विशेष बच्चे विशेष प्रतिभाओं के धनी है। स्कूल के प्रशिक्षकों ने उनकी प्रतिभाओं को अपनी सच्ची मेहनत और लगन से निखारा है। सार्थक अध्यक्ष के मार्गदर्शन की सराहना करते हुए सार्थक स्कूल के नई नई ऊंचाइयां हासिल करने की कामना की। संघटना के सभी सदस्यों ने बच्चो की प्रस्तुति देख तालियों कि गड़गड़ाहट से उत्साहवर्धन किया।

              संघटना की संरक्षिका सरला पारेख ने अपनी पुत्रवधू और  संघटना की सचिव शिमला पारख का जन्मदिन ,सार्थक के बच्चो के बहुत उत्साहपूर्वक मनाया। केक काटा और सभी  बच्चों  खिलाकर उन्हें उपहार स्वरूप पेंसिल पाउच भेट किया व नाश्ता  कराया। शिमला पारख ने सार्थक के विशेष बच्चों के साथ अपने जन्मदिन को सार्थक होना बताया। वंदना चौरड़िया,  सरला पारख़ , लीलाबाई दुग्गड, संगीता नितिन गोलछा की  ओर से सार्थक को सहयोग राशि  भेंट की गई। कार्यक्रम का संचालन  और आभार प्रदर्शन सचिव स्नेहा राठौड़ ने किया। इस अवसर पर संगीता गोलछा, रुपाली मिन्नी, सरला पारख, गौरी लोढ़ा, लीलाबाई, सुभाष मलिक, मैथिली गोड़े, गीतांजलि देवी, मुकेश चौधरी, स्वीटी सोनी, देविका दीवान, सुनैना गोड़े उपस्थित थे।


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