धमतरी -: कोरोनावायरस संक्रमण में मृत्यु दर को देखते हुए अदा संस्कार किए जाने हेतु इलेक्ट्रिक शवदाहगृह बनाने का टेंडर किया गया था जिसमें इस कार्य हेतु 47 लाख रुपया किस विकृति करते हुए अल्पकालीन निविदा की प्रक्रिया अपनाई गई थी लेकिन इसमें भी नियमों को दरकिनार करते हुए 27/ 07 /2021 को निविदा समिति ने 47 लख रुपए के होने वाले निविदा को संबंधित फार्म मधुर रेडियोज जांजगीर को कार्यादेश क्रमांक
100451दिनांक 21/01/2022 लाख 76 हजार 777 रूपये मैं प्रचलित दर से कुछ अधिक बताते हुए 3 वर्ष तक उसका संचालन संधारण करने की शर्त के साथ दे दिया गया। लेकिन उक्त कार्य को संबद्ध संसद द्वारा टेंडर की शर्तों के अनुसार मानक मापदंड पर ना पाए जाने हेतु प्रथम दृष्टि या विरोधाभास घोषित किया गया जिसकी जिसकी जांच तत्कालीन कार्यपालन अभियंता नगर पालिका निगम द्वारा किए जाने के पश्चात दिए गए रिपोर्ट दिनांक 1/11 /2022 में प्रमुख रूप से पाया गया कि जो ड्राइंग डिजाइन टेंडर में दिया गया था उसके अनुकूल नहीं है साथ ही जो संयंत्र लगाया गया है उसका मोनो /लोगों एवं आई.एस.आई. मार्का का भी ना लगे होने के कारण यह संयंत्र नियामकता लगाया जाना प्रतीत नहीं होता है।
उक्त जन विरोधी कार्य की जानकारी नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा एवं विजय मोटवानी द्वारा क्षेत्र के विधायक रंजन डीपेंद्र साहू को अवगत कराया जाने पर वे शवदाह स्थल पर पहुंच कर अधिकारियों को तलब की मौके पर उपस्थित उपयुक्त सर्व तथा उप अभियंता कमलेश ठाकुर ने उक्त कार्य में अनियमिता को स्वीकार करते हुए निरूतर रहे नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने कहा है कि मानव समाज के लिए संकटकारी संक्रमण काल में भी निगम के जिम्मेदार लोग भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आए हैं उन्होंने आपदा को अवसर समझ कर खुल्लम-खुल्ला लूट मचा रखी थी जिसका सबसे बड़ा उदाहरण शवदाहगृह का निर्माण है जो वर्तमान में सफेद हाथी साबित होकर आज तक चालू नहीं हुआ है।