एबीवीपी कर रही है श्रेय लेने की ओछी राजनीति – एनएसयूआई

धमतरिहा के गोठ
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संजय जैन 

धमतरी |  प्रदेश के विश्वविद्यालयों द्वारा छात्रों को दो विषयों में पूरक की पात्रता प्रदान के आदेश के पश्चात छात्र संगठनों के बीच राजनीति तेज हो गई है एक ओर जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसे उनके द्वारा किए गए चक्काजाम का परिणाम बताया है तो वहीं दूसरी ओर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जिला सचिव यश यादव ने एबीवीपी के इस बयान को आड़े हाथों लेते हुए इसे श्रेय की राजनीति बताई है।एनएसयूआई जिला सचिव यश यादव ,ओमप्रकाश मानिकपुरी ,अंकुश देवांगन ,नोमेश सिन्हा ने कहा कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं को शर्म आनी चाहिए इस तरह के विज्ञापन जारी करने पर छात्रों के खराब रिजल्ट के लिए एनएसयूआई ने कुलपति को जा के ज्ञापन सौंपा है जिसके परिणाम स्वरूप हमें यह छात्र हितैषी निर्णय प्राप्त हुआ और ये बोल रहे कि चक्का जाम करने से मांग पूरी हुई है।

        धमतरी शहर में चक्का जाम करने सिर्फ आम नागरिकों को परेशानी हुई है, एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने राजनीति के नाम पर चौक के दोनो रूट में एंबुलेंस को रोक रखा था क्या इनके लिए राजनीति के सामने इंसान के जान की कोई कीमत नहीं है , चक्का जाम करके आम नागरिकों को परेशान करने के अलावा कुछ नहीं आता , विश्वविद्यालयों द्वारा ज़ारी किए गए ये सार्थक निर्णय हमारे ज्ञापन और संघर्ष का परिणाम है जिस पर एबीवीपी के पदाधिकारी श्रेय लेने का काम कर रहे हैं।

        एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष नमन बंजारे , विनय गंगबेर  ने कहा एबीवीपी केवल श्रेय लेने की राजनीति करती है, बात चाहे कोरोना काल में छात्रों के ऑनलाइन परीक्षा की हो या इस वर्ष के परीक्षा परिणाम में विसंगति की एनएसयूआई ने हर बार छात्रों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्र हितैषी निर्णय के लिए दबाव बनाया जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश के विश्वविद्यालयों द्वारा छात्रों के हक में फैसला लिया गया, पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा इस सार्थक परिणाम को अपने द्वारा किए गए चक्काजाम का परिणाम बताया जाना हास्यप्रद है क्युकी अभाविप के कार्यकर्ताओ द्वारा किए गए चक्काजाम से केवल आमजनों को परेशानी हुई जिसके खिलाफ कई लोगों ने शिकायत भी दर्ज कराई थी।

         जिला सचिव घनश्याम साहू ,लिकेश साहू ने बताया कि एबीवीपी केवल छात्रों को बरगलाने का काम करती आई है ये छात्रों के हितों में काम नही करती बल्कि हिन्दू मुस्लिम का नफरती बीज छात्रों के मन में बोकर अपना एजेंडा चलाती है , ये नफरतवादी संगठन है देश के हर राज्यों के विश्वविद्यालय परिसर में इनकी गुंडागर्दी के किस्से सुनाई पड़ते हैं।

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