महाराणा प्रताप जयंती समारोह – वीरता, स्वाभिमान और राष्ट्रभक्ति की

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड़ 
आज वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की 484वीं जयंती के अवसर पर नगर में भावपूर्ण आयोजन किया गया। यह अवसर मातृभूमि के प्रति समर्पण, स्वाभिमान और अदम्य साहस की प्रतीक महान आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु समर्पित रहा।
मुख्य अतिथि माननीय महापौर श्री रामू रोहरा जी ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और सभा को संबोधित करते हुए कहा:
> “महाराणा प्रताप केवल एक योद्धा नहीं, बल्कि भारतीय आत्मा के प्रतीक हैं। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से भी संकोच नहीं किया। आज उनकी जयंती पर हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश, संस्कृति और मूल्यों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें।”
समारोह में नगर के वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों, शिक्षकों और गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, भाषणों और नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से महाराणा प्रताप के जीवन और बलिदान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ और उपस्थित जनसमूह ने भारत माता की जय के नारे लगाए।

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