सोल्जर्स कभी भी सेवा निवृत्त नहीं होते:दीपक सिंह ठाकुर

धमतरिहा के गोठ
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 संजय छाजेड़ 

अखिल भारतीयपूर्व सैनिक सेवा परिषद जिला धमतरी द्वारा विजय दिवस के अवसर पर बहुत ही शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री रामू रोहरा जी, अध्यक्ष के रूप में डॉक्टर सुमित गुप्ता जी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री प्रकाश बैस, श्री निर्मल बरडिया, समाजसेवी एवं सनातन सेना प्रमुख श्री दीपक सिंह ठाकुर जी एवं श्री रूपेंद्र साहू पूर्व सैनिक जी को आमंत्रित किया गया था ।कार्यक्रम में अनेक समाजसेवी, सैनिक परिवार एवं पूर्व सैनिकों का सम्मानसाल एवं श्री फल से किया गया।बहुत से देशभक्ति गीतों का कार्यक्रम एवं समाजसेवियों का उद्बोधन, लोकगीत, लोकनृत्य का प्रदर्शन किया गया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से 1971 के भारत पाक युद्व में सम्मिलित सैनिकों का अनुभव भी साझा किया गया, संगठन के अध्यक्ष श्री के पी साहू जी वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मनेश गिरी गोस्वामी उपाध्यक्ष श्री ओमप्रकाश साहू जी संरक्षक श्री मुरारी लाल साहू जी ने बहुत भव्य आयोजन किया जिसकी जितनी प्रशंशा की जाए कम है, भोजन व्यवस्था के पूर्व संगठन के द्वारा श्री दीपक सिंह ठाकुर जी का उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया गया जिसमें श्री दीपक सिंह ठाकुर जी ने कहा कि भारत की थलसेना ने पूरी दुनिया के सामने अपना लोहा मनवाया है एवं हमारे सेना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेना है जो भारत की सीमा को विदेशी ताकतों से सुरक्षित रखने का कार्य करते हैं।उन्होंने कहा कि आज हमारा देश आंतरिक अशांति और शस्स्त्र विद्रोह की स्थिति से गुजर रहा है देश के अनेक राज्यों में आप्रिय घटना घट रही है, ऐसे हालात में समाज को आगे आने की आवश्यकता है और हमारे सैनिकों को समाज के युवाओं को प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है क्योंकि सैनिक कभी भी सेवानिवृत्त नही होता है, श्री ठाकुर जी ने सम्माननीय सैनिकों से आग्रह किया कि समाज के युवाओं को प्रशिक्षित करने हेतु अपनी सहभागिता देवें ताकि देश मे उत्पन्न होने वाली अराजक स्थितियों का मुकाबला पूरी शक्ति के साथ समाज कर सकें।आज हमारे देश का मुकाबला विदेशी ताकते सीमा पर नही कर सकते इसलिए उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने के लिए देश के भीतर लगातार षडयंत्र किए जा रहे हैं, जिसका मुकाबला करने के लिए हमे मजबूत प्रशिक्षण और तैयारी की आवश्यकता है जिसमे हमारे पूर्व सैनिक भाई महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।कार्क्रम में समूचा वातावरण भारत माता की जय और वन्दे मातरम के जयकारों से गूंज रहा था और सबका हृदय राष्ट्रारप्रेम और राष्ट्रभक्ति में लीन हो चुका था।

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