उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण बीआरसी कार्यालय धमतरी के प्रशिक्षण हॉल में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला परियोजना अधिकारी DPO श्री खेमेन्द्र कुमार साहू जी द्वारा उल्लास शपथ से किया गया अपने उद्बोधन में बताया कि यह कार्यक्रम केवल अक्षर व संख्या ज्ञान तक सीमित नहीं है बल्कि व्यक्ति के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक है जिसमें उन्हें कानूनी,वित्तीय,स्वास्थ्य,बैंकिंग डिजिटल साक्षरता आदि महत्वपूर्ण जीवन कौशल का ज्ञान होगा। प्रशिक्षार्थियों को अपने अपने संकुल के ग्राम पंचायतों/आश्रित ग्राम के स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रोत्साहित कर असाक्षरों को नवसाक्षर बनाने में सहयोग देने हेतु मार्गदर्शन दिया, मानव को एक सफल जीवन जीने के लिए आज मात्र रोटी, कपड़ा और मकान की आवश्यकता नहीं बल्कि उनकी आवश्यकता में एक प्रमुख चीज है साक्षर होना तभी वह समाज की मुख्य धारा के साथ जुड़ पाएगा आज पढ़ना लिखना आना संख्या ज्ञान का होना अत्यंत आवश्यक है ताकि वह सफल एवं गरिमा में जीवन को जी सके जनमानस को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने की जरूरत है इसलिए उन्हेंअक्षर व अंक ज्ञान प्राप्त करना भी आवश्यक है,.
SRG प्रीति शांडिल्य ने कार्यक्रम के उद्देश्य को बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसा के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम योजना प्रारंभ की गई है जिसका लोकप्रिय नाम उल्लास( ULLAS) Understanding Life Long Learning For All In Society है, समाज में सभी के लिए आजीवन सीखने की समझ इस योजना का उद्देश्य है 15वर्ष और उससे अधिक आयु वाले व्यस्को को इस रूप में साक्षर करना कि वे सशक्त व्यक्तित्व बन सकें और समाज के विकास में अपना योगदान दें सकें.। मास्टर ट्रेनर संजय पाल ने उल्लास कार्यक्रम के क्रियान्वयन व स्वयंसेवी शिक्षकों की भूमिका, कक्षा प्रबंधन के विषय में जानकारी दी, मास्टर ट्रेनर आकाश गिरी गोस्वामी ने तकनीकी जानकारी, प्रश्न पत्र प्रारूप, वातावरण निर्माण FLNAT से सम्बंधित गतिविधि आधारित शिक्षण पर चर्चा की, उल्लास गीत व उल्लास ताली के साथ सभी राज्य स्रोत व्यक्ति को "कुशल प्रशिक्षक सम्मान " DPO द्वारा प्रदान किया गया उक्त प्रशिक्षण में संकुल समन्वयक व सर्वेयर शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया. राज्य शासन द्वारा प्रदत्त शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया साथ ही इच वन टीच वन की थीम पर धमतरी जिले कों शतप्रतिशत सक्षर बनाने का प्रण लिया गया, मोर उल्लास केंद्र प्रत्येक ग्राम पंचायत की शाला में आरम्भ किया जाना सुनिश्चित किया गया.