रामचरित मानस समाज का दर्पण है- दीपक सिंह ठाकुर

धमतरिहा के गोठ
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 संजय छाजेड़ 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवम ग्राम पंचायत रत्नाबाँधा की समिति द्वारा मानस गान प्रतियोगिता किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के लिए श्री दीपक सिंह ठाकुरजी को आमंत्रित किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री दिनेश नाग जी एवं विशिष्ट अतिथि के लिए सन्दीप अग्रवाल जी को बुलाया गया।कार्यक्रम में दीपक सिंह ठाकुर जी ने अपने उद्बोधन में सनातन धर्म की शिक्षा देने हेतु बच्चों के माता पिता से आग्रह किया।सनातन धर्म की चर्चा के दौरान उन्होंने कुकरेल में पंडित प्रदीप मिश्रा अंतराष्ट्रीय कथा वाचक के कार्यक्रम में अपने अनुभवों को भी साझा किया, और सबको बताया की शिव की महिमा महादेव की कृपा इतनी प्रभावशाली रही कि सबकुछ अपने आप होने लगा, प्रशासन की इतनी अच्छी व्यवस्था रही, पुलिस का इतना बढ़िया सहयोग मिला ऐसा लग रहा था मानो की लाखों भक्त शिव पार्वती के स्वरूप में धर्मनगरी में अवतरित हो गए हैं।रामकथा त्रेता युग की वो घटना कर्म है जो कि समूचे सनातनी समाज को मर्यादा पुरूषोत्तम बनने की प्रेरणा देती है,प्रभु का चरित्र, विछोह,हनुमानजी का सेवा भाव, भरत का प्रेम, लक्ष्मण की समर्पण सेवा,उर्मिला का त्याग,इतना कुछ है, रामायण या रामचरित मानस समाज का दर्पण है।आज दिनांक27सितम्बर को भोग भंडारे का कार्यक्रम रखा गया समूचा क्षेत्र राम जी की भक्ति में लीन हो गया।

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