जिसके जीवन में गुरु नहीं उसका जीवन शुरू नहीं - उमेश साहू

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड

धमतरी।  भाजपा गंगरेल मंडल के अध्यक्ष और पूर्व सांसद प्रतिनिधि उमेश साहू ने उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सोरम में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाने पहुंचे। सबसे पहले वहां उमेश साहू स्वयं उपस्थित शिक्षक शिक्षिकाओं का चंदन तिलक लगाकर नमन करते हुए गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दिए  तत्पश्चात आगत अतिथियों ने भी गुरु जनों का सम्मान किये। शाला विकास समिति के अध्यक्ष नरेश यादव ने गुरु की महत्ता को सर्वश्रेष्ठ बताया और उपस्थित छात्र.छात्राओं से आग्रह किया की अपने सांसारिक गुरु शिक्षक और शिक्षिकाओं के मार्गदर्शन में अनुशासन का पालन करते हुए उनके द्वारा कही हुई और बातों को हमें मानते हुए आगे बढऩा चाहिए जिससे निश्चित रूप से सफलता हमारे साथ होगी।उपस्थित शिक्षक और शिक्षिकाओं के माध्यम से भी छात्र.छात्राओं को गुरु पूर्णिमा क्यों मनाई जाती हैए गुरु और शिष्य के बीच कैसा संबंध होना चाहिए, इन सब विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।

      उमेश साहू ने अपना विषय रखते हुए सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को नमन करते हुए उन्होंने छात्र.छात्राओं से कहा की हमारे जीवन में सर्वप्रथम हमारे माता.पिता गुरु होते हैं जो हमें हंसना, रोना ,खेलना और कई प्रकार के वस्तुओं के बारे में ज्ञान कराते हैं,उसके पश्चात संसार के भीतर हमें कैसा रहना चाहिए ,कौन सही रास्ता है, कौन गलत गलत रास्ता है ,सफलता कैसे हासिल करना है, संसार के भीतर चुनौतियों से कैसे लडऩा है,शिक्षा का उद्देश्य क्या है,कैसे हमारे जीवन के विकास के लिए कार्य करना है इन सभी विषयो की शिक्षा हमे विद्यालय के शिक्षक से मिलती हैं जिनका सम्मान पूरे शिष्य भाव से करते हुए चलने की बात बताई उसके बाद संसार के भीतर जब हम पूर्ण रूप से सफल हो जाते हैं फिर मनुष्य से ऊपर उठकर ईश्वर प्राप्ति के मार्ग पर चलकर अध्यात्म की ओर आगे बढऩे की बात कही। जिस ज्ञान को भारत पूरे विश्व को दिया है उस पर आगे बढऩा चाहिए।इस तरीके से तीन प्रकार के गुरुओं के माध्यम से हमारे जीवन की यात्रा की शुरुआत और अंत होता है जिस पर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के  छात्रों के द्वारा की गई गई कार्यक्रम में उपसरपंच कृष्ण यादव, ग्राम विकास समिति के सदस्य सुरेश कतलाम ,शिव नेताम आदि उपस्थित थे

 

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