सदियों से चली आ रही परंपरानुसार होगा मां अंगारमोती मड़ई 17 नवंबर को

धमतरिहा के गोठ
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संजय जैन

धमतरी। हजारों लाखों लोगों के आस्था के प्रतीक गंगरेल,धमतरी छत्तीसगढ़ में स्थित आदिशक्ति मां अंगारमोती का मड़ई मेला पूर्वजों द्वारा सदियों से दीपावली के बाद प्रथम शुक्रवार को मनाते आ रहे हैं।

    कलेक्टर  जिला धमतरी द्वारा 31अक्टूबर को प्रतिनिधि मंडल को अवगत कराया गया है कि समाज द्वारा मतदान तिथि बदलने हेतु निर्वाचन आयोग को किए गए निवेदन के बावजूद दीपावली के बाद प्रथम शुक्रवार 17 नवंबर चुनाव की तिथि में कोई परिवर्तन नहीं हो पाया है। समाज को विश्वास था कि भारत निर्वाचन आयोग राजस्थान में महज शादी विवाह के कारण चुनाव तिथि 17 नवंबर  के स्थान पर बदलकर 25 नवंबर किया जा सकता है तो यहां भी मतदान तिथि परिवर्तन संभव था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसी परिपेक्ष्य में आदिशक्ति मां अंगारमोती ट्रस्ट की विशेष बैठक आहूत की गई।

      मां अंगारमोती के प्रति श्रद्धा रखने वाले हजारों लाखों श्रद्धालुओं के आस्था,परंपरा को दरकिनार कर वोटिंग की तिथि में कोई परिवर्तन नहीं हो पाने के कारण माता के प्रति आस्था, परंपरा और विश्वास बनी रहे और चुनाव भी निर्बाध रूप से संपन्न हो सके इस हेतु कार्यक्रम तय किए गए। मां अंगारमोती से प्राप्त दिशा निर्देश अनुसार सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सभी देवी– देवताओं एवं श्रद्धालुओं को प्रातः जल्दी अपने-अपने मतदान केंद्र में मताधिकार का प्रयोग कर मडई, मेला में आने हेतु आह्वान किया जाएगा। मतदान प्रक्रिया प्रभावित न हो इसलिए मड़ई मेला का मुख्य कार्यक्रम दोपहर बाद 2:00 बजे किया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता गोंड समाज के जिला अध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष आदिशक्ति मां अंगारमोती ट्रस्ट श्री शिवचरण नेताम जी द्वारा किया गया। बैठक में ट्रस्ट के सचिव आर एन ध्रुव, सह सचिव ढालुराम ध्रुव, कोषाध्यक्ष ओंकार नेताम, पुजारीगण ईश्वर नेताम, सुदेसिंह मरकाम, तुकाराम मरकाम,जयपाल सिंह ठाकुर तहसील अध्यक्ष, हूलार सिंह कोर्राम, सुदर्शन ठाकुर, नकुल नेताम ,मानसिंह मरकाम, अर्जुन सिंह कोर्राम, श्रीमती नंदा ध्रुव, श्रीमती गीता नेताम, विष्णु नेताम, दीपक नेताम, मनराखन सिंह ध्रुव, श्रीमती शशि ध्रुव, श्रीमती बुधनतीन नेताम, श्रीमती अनीता ध्रुव, श्री समारू राम नेताम,कृष्णा ध्रुव,हरी नेताम उपस्थित थे।

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