मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र सार्थक स्कूल में जन्माष्टमी उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया।

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड 
मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र सार्थक स्कूल में जन्माष्टमी उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। सार्थक के विशेष बच्चों ने प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में कान्हाज़ी के बाल्यारूप  की लीलाओं को नाट्य रूपांतरण कर प्रस्तुति दी। यह छोटी सी झांकी स्वरूप नृत्य प्रस्तुति कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण थी। जिसमे विशेष बच्चे रंग बिरंगी वेशभूषा में राधा, कृष्ण, ग्वालबाल , ग्वालिन आदि का रूप धारण करते हैं। बालक कृष्णजी के द्वारा ग्वालिनों की मटकियां फोड़ना और उसके बाद  यशोदा मां से ग्वालिनों की मीठी मीठी शिकायतों का नृत्य- नाट्य रूपांतरण" तेरो बिगड़ गयो नंदलाल.....", और "सपनो में आया मुरली वाला......" कृष्ण गीतों पर  मनमोहक अंदाज में प्रस्तुत किया गया। वहां उपस्थित  पालकों ने बच्चों द्वारा नृत्य नाटिका प्रदर्शन पर तालियों की गड़गड़ाहट से उत्साहवर्धन किया । तत्पश्चात कृष्ण कन्हैया वेशभूषा में आए विनित और तनिश ने " दहीहांडी " की मटकी फोड़ी और सभी बच्चों को चॉकलेट भेट किए। कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के अवसर पर ही धमतरी की  समाजसेवी सरोज अग्रवाल अपनी पोती जिविका के 13वें जन्मदिन की खुशियां  सार्थक के विशेष बच्चों के साथ  बांटने  अपनी  बहू सुधा अग्रवाल के साथ आई। जिविका ने सार्थक के बच्चों के साथ केक काटा और  उन्हें  खिलाया।। बहुत ही सुंदर और आकर्षक गिफ्ट पैकेट बच्चों को उपहार स्वरूप दिए। सुधा अग्रवाल अक्सर सार्थक के बच्चों से मिलने आती हैं। बच्चे उन्हे देख खुश होते हैं। वे बच्चो में आए बेहतर परिवर्तन देख बेहद प्रभावित हो गई ।सार्थक अध्यक्ष डॉ.सरिता दोशी और सचिव स्नेहा राठौड़ ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रशिक्षक मैथिली गोडे, गीतांजलि देवी, स्वीटी सोनी , सुनैना गोडे, सखीना बाघमारे, नाजिया बेगम , प्रेमबती साहू उपस्थित थे।
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