संजय
छाजेड़।
धमतरी केएल उद्यानिकी महाविद्यालय पोटियाडीह धमतरी के चतुर्थ वर्ष के छात्र छात्राओं ने ग्रामीण उद्यानिकी कार्य अनुभव शिक्षा अंतर्गत परेवाडीह देमार में किसानों को बोर्डो मिक्सचर जो कि नीलाथोथा और अनबुझा चुना के घोल से तैयार किया जाता हैं । इसका उपयोग अंगूर के बागों, फलों के खेतों और बगीचों में डाउनी फफूंदी , पाउडरी फफूंदी और अन्य कवक के संक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है। छात्र .छात्राओं द्वारा गांव वालों के समक्ष चूना और नीला थोथा का घोल बनाकर प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को अवगत कराया गया। किस प्रकार से फल,सब्जी, पेड़,पौधो,में लगे फफूंद, कवक को बोर्डेक्स मिक्सचर के माध्यम से नियंत्रण करना एवं उसका उपयोग व लाभ के बारे में प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को अवगत कराया गया। किसानों ने विद्यार्थियों द्वारा की प्रदर्शनी एवं दी गई सरलतम जानकारी से प्रसन्नता व्यक्त की एवं कुछ किसानों ने इसका उपयोग के बारे में जानकारी हासिल कर सभी ने अपना राय दिया एवं इस सरल विधि को जानकर बहुत खुश हुए।
कुछ किसानों
का कहना है - लिलेश्वर ने कहा कि यह विधि सरल
विधि है और इसका उपयोग भी आसान है एवं इसके उपयोग के बारे में जानकारी पहले कभी नहीं
दी गई । हम इसका उपयोग अपने घरों में पेड़ पौधो में लगे कवक ,फफूंद, में नियंत्रण के
लिए आजमाएंगे । प्रदर्शन संचालन चतुर्थ वर्ष
के ग्रुप सी द्वारा किया गया। ग्रुप लीडर प्रमोद यादव, ग्रुप के अन्य सदस्य
निलेश गौर, सचिन गिरे, नेहा पटेल,मोनेष खरे, कुनाल साहू, मोहित साहू , सुनील
जोशी, प्र्रांजल साहू थे। इस अवसर पर गांव
के कृषक लिलेश्वर साहू, उदय राम साहू , बालाराम साहू ,गणेश जोशी, देवरथ साहू , कोमल
यादवए केदार साहू, सावित्री बाई साहू, मोलेश साहू, सोमेंद्र, इत्यादि । ग्राम वासियों की अधिक संख्या में उपस्थिति रही। महाविद्यालय के प्राचार्य
राकेश पांडे एवं विषय शिक्षक गीतेश्वर पाठक, प्रियदर्शी , द्वारा प्रदर्शन का मार्गदर्शन
किया गया।