भगवान श्री गणेश जी की भक्ति में उमड़े श्रद्धालु

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड

धमतरी। नगर सहित अंचल में गणेशोत्सव का हर्षोल्लास छाया हुआ है। हर वर्ग भगवान श्री गणेश जी की भक्ति में पूरी आस्था व निष्ठा के साथ जुटकर जनकल्याण की कामना में अर्जी लगा रहे है। ग्यारह दिनों तक मनाए जाने वाले मंगलमूर्ति गणपति बप्पा जी के इस उत्सव में सभी जन लंबोदर महाराज की पूजा.अर्चना करते हुए पूरी आस्था के साथ पूजन कार्य कर रहे है। देवों में पहले पूजे जाने वाले गौरी के लाला श्री गणेश जी प्रतिवर्ष हर घर मे पधारकर लोगों को खुशहाली रूपी शुभाशीष देकर जाते है। मूषक पे विराजे बप्पा की भक्ति से समूचे वातावरण में गणेश जी की भक्ति की अविरल धारा से सराबोर हो जाता है। धमतरी नगर के हटकेशर वार्ड में बिरेन्द्र महिलांंग

, लेखराज महिलांग व रूद्री में मयंक केशरवानी भी अपने परिवार के साथ श्री गणेश जी की पूजा.अर्चना में लगे हुए है उनके निवास में भी पूर्ण विधिविधान के साथ गणपति गणराज जी विराजे गए है। सभी जनों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाई देते हुए पर्व की महत्ता का वर्णन कर उन्होंने बताया कि कोई भी कार्य शुरू करने से पहले श्री गणेश जी की पूजा की जाती है। बप्पा गणों के स्वामी हैं, इस वजह से उनका एक नाम गणपति भी है। गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहते हैं। गणेश जी को विद्या.बुद्धि का प्रदाता, विघ्न.विनाशक और मंगलकारी भी माना गया है। गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है, किन्तु महाराष्ट्र में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन श्री गणेश जी का जन्म हुआ था। उसका वाहन मूषक चंचलता का प्रतीक है लंबोदर महाराज की भक्ति पशुप्रेम के सन्देश का प्रतीक है। उनकी पूजा.अर्चना का भाव लोगो को परिवार प्रेम ,बलबुद्धि का ध्यान और मंगल की कामना से जुड़ा है। इनके क़ई प्रमुख नाम है,जिसमें सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्ण, लंबोदर, विकट, विघ्नविनाशक, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचन्द्र, गजानन आदि है।
      वहीं आमापारा में तालाब के बीचोबीच गणेश जी को विराजित किया गया है जिसे देखने श्रद्धालुजन काफी संख्या में पहुंच रहे इसी तरह मठ मंदिर चौक में रामकथा का गणेश झांकी बनायी गई हैवहीं चौक चौराहो में भी भगवान गणेश जी की आकर्षक प्रतिमा बनाये गये है जिसे देखने शाम होते ही देखने भीड उमड रही है जो देर रात तक चलता है।



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