बांधा तालाब बना ग्राम परसट्टी का धरोहर,गिरते भू जल स्तर में भी दे रहा राहत

धमतरिहा के गोठ
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संजय छाजेड

धमतरी।  कुरुद विकासखंड के ग्राम पंचायत परसट्टी में पारम्परिक जलागम, गांव की मिट्टी की मिजाज, स्थानीय जलवायु के अनुरूप बांधा तालाब नवीनीकरण सह रिटर्निंग वाल का निर्माण किया गया है। भू-जल स्तर में वृद्धि के साथ किसानों को सिंचाई सुविधा हेतु पानी मिल ही जाता है। स्थानीय मछुआरा समूह को मछली पालन एवं सिंघाड़ा की खेती हेतु लीज पर दिया गया, ताकि समूह आजीविका के प्रति आत्मनिर्भर बन सके।

      ग्राम पंचायत परसट्टी में बांधा तालाब का निर्माण वर्ष 2024-25 में किया गया। इसके लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत राशि 9 लाख 73 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई। 20 एकड़ क्षेत्र में फैले बांधा तालाब को चारों ओर से पींचिंग कर सुदृढ़ और मजबूत बना दिया गया। आजकल सिंचाई एवं जल संरक्षण के कार्यों के लिए विभिन्न परियोजनाएं संचालित है। शासन स्तर से पंचायत एवं ग्रामीणजनों को पारम्परिक जल स्रोत को संरक्षित करने आह्वान किया जा रहा है। परसट्टी का बांधा तालाब जल संरक्षण की दिशा में कारगर साबित हो रहा है। घटते जल स्तर के बावजूद भीषण गर्मी में ग्रामीणों को निस्तार सुविधा सहित संकट से मुक्ति दिलाया है। बांधा तालाब गांव की धरोहर है। आज पंचायत में इस धरोहर को सहेजने की जरूरत है। नमी के कारण जल स्तर में स्थिरता रहेगी वहीं हेडपंप, कुंआ धरातल पर दिखाई देगी।

इस संबंध में ग्राम पंचायत सरपंच श्री कुबेर सिंह ध्रुव ने बताया कि-ग्रामीणजनों की निस्तारी सुविधा, जमीन की नमी को सहेजने सहित पर्यावरणीय संरक्षण के लिए बांधा तालाब का निर्माण सकारात्मक सोच का प्रतिफल है। निकट भविष्य में मछली पालन, मखाना, कमल जैसे उत्पादों के उगाने की संभावना आर्थिक दृष्टि से बढ़ जाती है। धरती के बढ़ते तापमान को नियंत्रित करने में बांधा तालाब का जल अमृत का काम कर रहा है। जल की एक-एक बूंद को सहेजने में ग्रामीणजन, सरकारी महकमों के बजाय में स्वनिर्णय लें तो निश्चित रूप से हमारा सरोवर धरोहर के रूप में गांव की पहचान को कायम रखेगी।

 रोजगार सहायक श्री यादेश्वर साहू ने बताया कि-बांधा तालाब वर्तमान समय की आवश्यकता से अवगत कराता है। हमें जल की एक एक बूंद को बचाना होगा। जल संकट की गंभीरता को देखते हुए जल संरक्षण के लिए तालाब का होना निहायत जरूरी है तभी जलस्त्रोत से आसपास की भूमि में नमी रहेगी। ग्रामीणों द्वारा ग्रामीण विकास समिति के चन्द्रशेखर साहू, लाला राम साहू, रोहित तारक, भूषण तारक, कन्हैया तारक, देवेन्द्र साहू, वामन साहू को मछली पालन हेतु लीज पर दिया गया है। बांधा तालाब में प्रथम बार 1000 किलोग्राम के मछली उत्पादन से आर्थिक रूप से सम्मुन्नत हुए हैं। अध्यक्ष चन्द्रशेखर साहू ने बताया कि-मछली उत्पादन से आजीविका संवर्धन में वृद्धि हुई है।

 

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